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Deepak Bohra champawat Martyr: LOC में तैनात चम्पावत का अग्निवीर जवान दीपक बोहरा शहीद
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kumaon regiment agniveer deepak Singh Bohra pati Champawat martyr Pak border LOC Jammu Kashmir uttarakhand live news today: मूल रूप से चम्पावत जिले के पाटी तहसील क्षेत्र का रहने वाला था शहीद जवान
kumaon regiment agniveer deepak Singh Bohra pati Champawat martyr Pak border LOC Jammu Kashmir uttarakhand live news today: समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक बेहद दुखद खबर जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले से सामने आ रही है जहां मेंढर तहसील क्षेत्र में पाक बार्डर के पास एलओसी में तैनात भारतीय सेना का एक जवान संदिग्ध परिस्थितियों में शहीद हो गया है। बताया गया है कि सेना की अग्रिम चौकी पर तैनात अग्निवीर जवान की बीते शनिवार को संदिग्धावस्था में गोली लगने से जिंदगी चली गई। शहीद जवान की पहचान दीपक सिंह बोहरा पुत्र शिवराज सिंह के रूप में हुई है।
बताया गया है कि शहीद दीपक मूल रूप से उत्तराखंड के चम्पावत जिले के पाटी तहसील क्षेत्र के खरही गांव के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई है। घटना की संदिग्ध स्थिति को देखते हुए सेना के अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि गोली दुर्घटनावश चली थी या जवान ने खुद चलाई थी।
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वर्तमान में पाकिस्तान बार्डर पर एलओसी में थी पोस्टिंग, बीते शनिवार को हुआ हादसा deepak Singh agniveer Martyr pati Champawat news today
अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के चम्पावत जिले के पाटी तहसील क्षेत्र के खरही गांव निवासी 23 वर्षीय दीपक सिंह बोहरा भारतीय सेना की 18 कुमाऊं रेजिमेंट में बतौर अग्निवीर तैनात थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग पाकिस्तान बार्डर पर एलओसी में थी। बताया गया है कि बीते रोज वह अग्रिम चौकी में तैनात थे, तभी दोपहर करीब ढाई बजे चौकी पर गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जिस पर सेना के अन्य जवान आनन-फानन में मौके पर पहुंचे तो उन्हें दीपक को खून से लथपथ जमीन पर पड़े देखा। साथी जवानों ने घायलावस्था में दीपक को तुरंत बटालियन के चिकित्सा शिविर में पहुंचाया जहां तैनात चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सेना के अधिकारियों ने घटना के जांच के आदेश जारी करते हुए पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम भी जांच में जुटी है। इस संबंध में सेना अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा एक दुर्घटनात्मक गोलीबारी का मामला माना जा रहा है। रेजिमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों ने जवान के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
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परिजन कर रहे थे शादी की तैयारी, दीपक के लिए ढूंढ रहे थे दुल्हन….
ग्रामीणों के मुताबिक शहीद दीपक, दो साल पहले ही अग्निवीर में भर्ती हुए थे और हाल ही में छुट्टियों पर घर आए थे। इस दौरान उन्होंने खरही मेले में उन्होंने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। दस दिन पहले ही वह छुट्टी काटकर ड्यूटी में वापस लौटे थे। परिजन उनकी शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। पिता शिवराज, अच्छी बहू को ढूंढने के लिए आस-पास के गांवों के चक्कर लगा रहे थे, नाते रिश्तेदार भी दीपक के लिए दुल्हन ढूंढ रहे थे। लेकिन अचानक आई उनकी शहादत की इस दुखद खबर से जहां परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है वहीं पूरा गांव भी सन्न रह गया है।
खबर सुनने के बाद से जहां शहीद की मां तारी देवी सदमे में हैं वहीं उनके पिता शिवराज सिंह भी खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं। बताया गया है कि दीपक घर के चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। दो बड़ी बहनें और एक छोटा भाई है। मृतक जवान का शव सोमवार तक उसके पैतृक गृह पहुंचने की संभावना है।
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