गढ़वाल यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों की एडमिशन होगा मुश्किल, 40 फीसदी सीटें घट जाएंगी
पूर्व कुलपति निशाने पर
इस पूरे मामले को गढ़वाल विवि के बर्खास्त कुलपति प्रो.जेएल कौल प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। वर्ष 2014 के बाद प्रो.कौल के कार्यकाल में संबद्ध कॉलेजों में मनमाने ढंग से सीटें बढ़ाने के आरोप भी लगे थे और उनकी जांच में भी यह बात सामने आई थीं। माना जा रहा है कि इन्हीं अनियमितताओं के चलते ताजा फैसला लिया गया है।
भेदभाव का लगाया आरोप
डीबीएस पीजी कालेज प्राचार्य डा. ओपी कुल श्रेष्ठ ने गढ़वाल विवि के बर्खास्त कुलपति प्रो. कॉल पर सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने निजी स्वार्थ के लिए कई कालेज और संस्थानों की सीटें बढ़ाई। अब विवि ने केवल संबद्ध कालेजों और संस्थानों में ही सीटें कम करने आदेश दिए हैं, जो सीधे तौर पर संबद्ध कॉलेजों के साथ भेदभाव है।