‘उत्तराखण्ड पुलिस-मित्र पुलिस’ के स्लोगन को सार्थक कर रही है दून पुलिस, डीआईजी अरूण मोहन जोशी (DIG Arun Mohan Joshi) के नेतृत्व में चला रही आपरेशन थर्ड आई..
उत्तराखण्ड पुलिस को मित्र पुलिस के रूप में भी जाना जाता है। खुद उत्तराखण्ड पुलिस का स्लोगन “उत्तराखण्ड पुलिस-मित्र पुलिस” भी इस बात को बड़े जोरों शोरों से कहता है कि उत्तराखंड पुलिस जहां एक ओर आम जनता की मित्र हैं और हमेशा उनकी सेवा, सहायता को तत्पर हैं वहीं बदमाशों, अपराधियों की दुश्मन भी है। इस बात को डीआईजी अरुण मोहन जोशी (DIG Arun Mohan Joshi) के नेतृत्व में दून पुलिस और भी अधिक सार्थक सिद्ध करने जा रही है। जी हां.. अपराधों को कम करने, अपराधियों की पहचान करने तथा उन्हें पकड़ने के उद्देश्य से डीआईजी अरूण मोहन जोशी के नेतृत्व में इन दिनों राजधानी देहरादून में आपरेशन थर्ड आई चलाया जा रहा है। बीते शुक्रवार से शुरू हुए इस आपरेशन के तहत पहले चरण में सभी थाना प्रभारियों द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों के अंदर ऐसे स्थानों का चयन किया जा रहा हैं जहां कैमरों की नितांत आवश्यकता हों। बताया गया है कि इन्हीं पन्द्रह दिनों के भीतर ये सभी नाइट विजन, आईपी सीसीटीवी कैमरे जनप्रतिनिधियों आदि के सहयोग से राजधानी देहरादून की तंग गलियों, बाजारों, व्यस्ततम चौराहों, जिले से बाहर निकलने वाले रास्तों समेत अन्य छूटे हुए कई महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए जाएंगे।
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बीते एक साल में विभिन्न स्थानों पर 2687 कैमरे लगवा चुकी है दून पुलिस, जनप्रतिनिधियों के साथ ही व्यापारियों, रेजीडेंट वेलफेयर सोसाइटी आदि से भी मांगा जा रहा सहयोग:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून को अपराध मुक्त बनाने, किसी बड़ी घटना के होने पर जल्द से अपराधियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने तथा अपराधियों के मन में खौफ पैदा करने के उद्देश्य से डीआईजी अरूण मोहन जोशी के नेतृत्व में दून पुलिस आपरेशन थर्ड आई चला रही है। जिसके तहत अपराध के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, व्यापारियों के सहयोग से नाइट विजन, आईपी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए एसपी क्राइम लोकजीत सिंह को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस संबंध में डीआईजी अरूण मोहन जोशी का कहना है कि इस दौरान कैमरों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह भी ध्यान रखा जाएगा कि सभी कैमरों में नाइट विजन, आइपी कैमरा हो तथा कैमरों का बैकअप स्टोरेज एक महीने से कम ना हों। मीडिया से बातचीत में डीआईजी जोशी ने बताया कि दून पुलिस ने विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर बीते एक साल के अंदर 2687 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। जिनमें से 64 कैमरे विधायक निधि से, 288 कैमरे खुद पुलिस अधिकारियों के द्वारा लगाए गए हैं जबकि शेष कैमरे व्यापारियों, रेजीडेंट वेलफेयर सोसाइटी आदि के माध्यम से लगाए गए हैं।
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