Connect with us
Hrithik Pandey poem
फोटो देवभूमि दर्शन Hrithik Pandey poem

उत्तराखण्ड

गढ़वाली कविता- “नानिया की याद….” ऋतिक पाण्डेय (काव्य संकलन देवभूमि दर्शन)

गढ़वाली कविता “नानिया की याद….”Hrithik Pandey poem

“ नानिया की याद ” (पहाड़ी कविता)
घोर बार तैं नानिए सोभुख अच्छो देनाे बाणी,
जोला तू आमू छोड़ियों नौठी ,
तौला पौ आमुय तेरी कीमत जाणि !!
तैं तौ नानिए सौदा ही ओरु का भोला कौरा,
जीणे भी तैरै दारोआगै आपडा कौदम ठारा,
सै कौदी भी ताऊं ढ़ाई भूखा-चीशा का ना मौरा !!
नानिए लोई कै आशुओं का रुई लागा था हाऊं,
जौला ताउंखै ओंतिम यात्राख लेई थी नेई,
तौला सूचियों था कौशि बिसरावणि नानिए मैं ताऊं !!
तैं तौ नानिए मैरे साथै बोहुता बौडा धोखा किया,
आखिरी बेंई भी तैं नानिए मुकेंइ आपडा मुंह चोरा,
सौबुकै साथै होइएरी तैं भी नानिए मु ऐकलाई दिया !!
यादौ आओं नानिए मु तैरै लाइयें गीतौ की,
जीनू शुणिए रि मैरै एला भी आँखै भोरी नौठो,
एला आद औसौ मु तेरी निभाऐंदी पहाड़ी रीतौ की !!
बोडा-जवान होइगा पर यादौ आओं मुखै नानिए तेरी,
बौचपन बीता मैरा नानिए तैरै साथै खेलिएरी,
ज्वानींदा ऐकलाई देंना, का ग़ोलती थी नानिए मेरी !!
Tribute to my Nani (Smt. Shawani)
रचना:- ऋतिक पाण्डेय, पुल न ० 1, डॉक्टरगंज, विकासनगर, जिला- देहरादून, उत्तराखण्ड 248198
(Hrithik Pandey poem)

यह भी पढ़ें- वृक्ष लगाएं फर्ज निभाएं…लता कांडपाल – काव्य संकलन (देवभूमि दर्शन)

उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के WHATSAPP GROUP से जुडिए।

👉👉TWITTER पर जुडिए।

More in उत्तराखण्ड

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!