उत्तराखंड सरकार ने बड़े पैमाने पर किए आईएएस अधिकारियों के तबादले, तबादला सूची में रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल (Mangesh Ghildiyal) का भी नाम..
उत्तराखंड सरकार ने बड़ी मात्रा में आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। कई अफसरों का प्रमोशन करते हुए उन्हें बढ़ी जिम्मेदारियां दी गई है तो ठीक तरह से काम ना करने वाले आईएएस अफसरों पर गाज भी गिरी है। रूद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल(Mangesh Ghildiyal) का नाम भी सरकार द्वारा जारी की गई तबादला सूची में शामिल हैं। जी हां.. जनता में एक अच्छी छवि रखने वाले मंगेश घिल्डियाल अब रूद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी नहीं रहेंगे। शासन ने उन्हें न सिर्फ टिहरी गढ़वाल जिले की जिम्मेदारी सौंपी है बल्कि पुनर्वास टिहरी बांध परियोजना का निदेशक भी बनाया गया है। यह मंगेश द्वारा किए गए सराहनीय कार्यो का ही इनाम है कि शासन ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है। बता दें बीते तीन वर्ष से रूद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी रहते हुए मंगेश घिल्डियाल ने कई ऐसे काम किए हैं जिसका सीधा फायदा जनता को मिला है। प्रधानमंत्री के ड्रिम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण में उनके देखरेख में कराए गए कार्यों की खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सराहना कर चुके हैं। मंगेश का तबादला होने के बाद अब आईएएस वंदना को रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो अभी तक मुख्य विकास अधिकारी पिथौरागढ़ के पद पर तैनात थी।
अपने कार्यकाल के दौरान मंगेश ने रूद्रप्रयाग जिले को दिलाया राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार:-
कहते हैं “जहां चाह वहां राह” इसी कहावत पर खरा उतरते हुए आईएएस मंगेश घिल्डियाल (Mangesh Ghildiyal) ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आखिर क्यों वो जनता में इतने लोकप्रिय होने के साथ ही युवाओं के रोल मॉडल है। अपनी बेहतरीन कार्यप्रणाली से मंगेश घिल्डियाल ने बीते 17 मई 2017 को रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी का पद संभाला था। अपने तीन वर्ष के सफल कार्यकाल के दौरान उन्होंने ऐसे कई सराहनीय फैसले लिए जिसका सीधा लाभ रूद्रप्रयाग की जनता को मिला। उनके कार्यकाल के दौरान जनता दरबार में दर्ज की गई 17500 शिकायतों में से अस्सी फीसदी शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। बात अगर शिक्षा के क्षेत्र की करें तो उनके दिशानिर्देश पर कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों के लिए संवर्धन ऐप तथा कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए लक्ष्य एप बनाए गया। इन ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी जाती है। विदित हो कि मंगेश को उनके सराहनीय कार्यो के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है, इसी साल फरवरी में भी उन्हें बेहतरीन ई-गवर्नेंस के लिए नेशनल ई-गवर्नेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया था।