Chotu sharma army Martyr: बिहार के छोटू शर्मा हुए शहीद, मई मे हुई थी शादी, गांव मे दौड़ी शोक की लहर, छीन गया बुजुर्ग माँ का सहारा...
Indian army soldier chotu sharma of Saran Bihar Marty pak border jammu kashmir news: जम्मू कश्मीर से समूचे देश वासियों के लिए एक हृदय विदारक घटना की खबर सामने आ रही है जहां पर बिहार के निवासी छोटू शर्मा ने माँ भारती की रक्षा करते हुए पाकिस्तान सेना से हुई मुठभेड़ में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। छोटू शर्मा की शहादत की खबर सुनते ही उनके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है ,वहीं पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। छोटू शर्मा को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बिहार के सारण जिले के दरियापुर प्रखंड के बेला पंचायत शर्मा टोला के निवासी छोटू शर्मा राष्ट्रीय राइफल की 24वीं बटालियन में सिपाही के पद पर तैनात थे जो क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) का हिस्सा थे। बीते शनिवार को छोटू की तैनाती जम्मू कश्मीर मे थी। दरअसल बीते कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी और घुसपैठ की कोशिश बढ़ गई थी। तभी इस बीच सीमा पर हुई भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना के बीच मुठभेड़ मे छोटू शर्मा को गोली लगी जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हुए जिसके कुछ देर बाद उन्होंने आँखे हमेशा के लिए मूंद ली । बीते शनिवार की शाम जैसे ही छोटू की शहादत की खबर उनके परिजनों को मिली तो उन्हें गहरा आघात पहुंचा वहीं पूरे गांव में शोक लहर दौड़ गई।
कुछ महीने पहले हुई थी छोटू की शादी
देश सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले छोटू शर्मा की शादी इसी वर्ष 9 मई को सुभिका कुमारी के साथ हुई थी। वहीं शादी के तुरंत बाद छोटू शर्मा ऑपरेशन सिंदूर की ड्यूटी पर चले गए थे। बताते चले छोटू शर्मा के पिता रमेश शर्मा का पहले ही निधन हो चुका था। इसके बाद से छोटू शर्मा की मां कामिनी देवी अकेले उनका भरण पोषण किया करती थी। छोटू शर्मा के सेना में भर्ती होने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आया था। चार भाइयों मे तीसरे नंबर के थे छोटू जो एकमात्र सरकारी नौकरी वाले थे और उनकी ही कमाई से घर चलता था लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।
छोटू का अपने परिजनों से घर आने का किया वादा रह गया अधूरा
बताते चले छोटू शर्मा ने 7 मई को छुट्टी लेकर घर आने का वादा अपने परिजनों से किया था लेकिन उससे पहले ही तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर घर पहुंच गया जिसे देखकर उनकी पत्नी व मां समेत अन्य परिजन बिलख पड़े। महज 4 माह में ही विधवा हुई पत्नी ताबूत से लिपटकर एक ही शिकायत कर रही थी कि इतनी जल्दी क्यों चले गए। इस भावुक क्षण को जिस किसी ने देखा उनकी आँखे भी भर आई ।
2017 मे सेना मे भर्ती हुए थे छोटू शर्मा, सियाचिन में दे चुके अपनी सेवाएं
छोटू शर्मा वर्ष 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे जो सियाचिन में भी अपनी तैनाती दे चुके थे। हाल ही में छोटू को श्रीनगर में पोस्टिंग मिली थी। 1 सितम्बर बीते सोमवार की शाम दानापुर बिहार रेजिमेंट में सलामी समारोह के पश्चात बीते मंगलवार की सुबह 8:30 बजे सेना के वाहन से जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचा। वहीं छोटू को उनके पैतृक घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान हर किसी की आंखें नम थी।