उफनती मन्दाकिनी नदी :केदार घाटी में आज भी एक ट्राली और 200 स्कूली बच्चे
मानसून का सीजन इनके और इनके परिजनों के लिए पूरी तरह से दहशत से भरा रहता है। मंदाकिनी के पार बड़मा और चिलरगढ़ पट्टी के दो दर्जन से ज्यादा गांवों के बच्चों को शिक्षा के लिए विजयनगर ही आना पड़ता है।
सरकार ने क्या किया – वर्ष 2014 में यहां पैदल पुल निर्माण को मंजूरी मिली और इसके लिए करीब एक करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी की गई, लेकिन सिस्टम की कछुआ चाल से पुल अभी भी निर्माणाधीन है। ग्रामीणों के लिए नदी पर अस्थायी व्यवस्था के तौर पर एक फोल्डिंग पुल भी बनाया गया था, लेकिन पिछले दिनों भारी बारिश के दौरान यह भी क्षतिग्रस्त हो गया। अब केदार घाटी के लोगो की जिंदगी ट्राली और उफनदी मन्दाकिनी के बिच लटकी हुई है।