देहरादून: नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुई खेलो इंडिया प्रतियोगिता में 3 हजार मीटर वॉक रेस में गोल्ड मेडल जीतने वाली मानसी नेगी प्रदेश की लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है। गोपेश्वर के नैग्वाड़ स्थित कन्या जूनियर हाईस्कूल में मानसी दसवीं की छात्रा है।
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविधालय ने किया सम्मानित: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के बिड़ला परिसर स्थित सीनेट सभागार में छात्र संगठन आइसा की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर खेलो इंडिया प्रतियोगिता में तीन हजार मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली गोपेश्वर नैग्वाड़ की मनीषा नेगी को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल विवि की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि मानसी का संघर्ष पहाड़ जैसा संघर्ष है।
महिला दिवस पर इस तरह के संघर्ष को सराहने की आवश्यकता है। भाकपा माले के इंद्रेश मैखुरी ने कहा महिला दिवस महिलाओं ने लड़कर लिया है। यह दिन पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीयतावाद को भी दिखाता है। इस मौके पर उसकी मां शकुंतला देवी, गंगा असनोड़ा थपलियाल, अंजना घिल्डियाल, आइसा नगर अध्यक्ष शिवानी पांडेय, अतुल सती, सुबोध डंगवाल, अनिल राल, अंकित उछोली, सुमित रिंगवाल, अमन, सुखदेव आदि मौजूद रहे।
मानसी का संघर्ष और बुलंद हौसले: “जब हौसले हो बुलंद तो उड़ने के लिए पंखो की भी जरुरत नहीं होती” इस बात को मानसी नेगी ने सच साबित कर के दिखाया। मानसी चमोली के दूरस्थ गांव मजोठी की रहने वाली है। मानसी के पिता की मृत्यु 2016 में हो चुकी थी। जिसके बाद उनकी मां शकुंतला देवी गांव में ही खेती मजदूरी कर बेटी को पढ़ाती रही। यही कारण है कि बेहद अभावों में भी उसके अंदर कुछ अलग करने का जज्बा हमेशा बना रहा। इसी का शुरुआती परिणाम है कि मानसी नेगी ने 3000 हजार मीटर वॉक रेस में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने जिले और प्रदेश दोनों का नाम रोशन किया है।
आपको बता दे की खेलो इंडिया नेशनल गेम्स 2018 की वॉक रेस स्पर्धा में उत्तराखंड के खाते में दो स्वर्ण पदक समेत कुल चार पदक आए। मानसी नेगी और परमजीत सिंह ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि मुकेश कुमार रजत पदक और सुमित कुमार कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।