इस सीजन की सबसे भारी बर्फ़बारी ने पुरे उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ की चादर ओढ़ ली है। जहाँ बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिल गए वही कई स्थानों पर बर्फ के कारण हादसों, बिजली, पानी की सप्लाई बंद हो जाने से लोगों को भारी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ रहा है। कुमाऊं मंडल से लेकर पुरे गढ़वाल मंडल तक पहाड़िया बर्फ से लदालद हो चुकी है। बर्फ़बारी से फिर से उत्तराखंड में शीतलहर चल पड़ी है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में अधिकांश जगह बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। बर्फीली हवा से मैदानी इलाको में हाड़ कपाने वाली ठण्ड पड़ रही है।
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कुमाऊं मंडल में बर्फबारी का नजारा : कुमाऊं में मुनस्यारी, जागेश्वर, रानीखेत, देवीधूरा, कौसानी समेत कई स्थानों में हिमपात हुआ है। हिमपात और बारिश से राज्य में दो दर्जन से अधिक सड़कें बंद हो गईं। ऊंचाई वाले गांवों में भारी हिमपात से लोग अपने घरों में ही दुबकने को मजबूर हैं। अगर बात करे तराई-भाबर की तो खटीमा से हल्द्वानी तक कड़कड़ाती ठण्ड के साथ बादल छाए रहे।
गढ़वाल मंडल में भी भारी बर्फबारी : मसूरी, उत्तरकाशी, नई टिहरी और पौड़ी में पांच से दस इंच तक हिमपात हुआ है। मसूरी के आसपास की पहाड़ियों में एक फीट तक बर्फ गिरी है। धनोल्टी, चकराता और प्रतापनगर में एक फीट से ज्यादा बर्फ गिरी। पहाड़ो की रानी मसूरी में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। जिससे पर्यटकों ने यहां का रुख कर लिया है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी हुई, वहीं निचले स्थानों में बारिश रुक रुककर हो रही है। धनोल्टी, बुरांशखंडा, सुरकंडा, नागटिब्बा में बर्फबारी हुई। मसूरी में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
पौड़ी गढ़वाल
फोटो – मोहित रावत