भारतीय सेना में उत्तराखण्ड के युवाओ का एक विशेष योगदान है इसके लिए कुमाऊं रेजिमेंट और गढ़वाल राइफल का इतिहास गवाह है। पहाड़ के युवाओ में देश सेवा का जज्बा किस स्तर का है उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की आये दिन उत्तराखण्ड के किसी ना किसी जिले से यहाँ के युवाओ का चयन सेना में उच्च पदों के लिए होता है। बागेश्वर के गरुड़ ब्लॉक के मटे आगर निवासी कुलदीप सिंह परिहार ने सेना में लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त कर लिया है। लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त कर उन्होंने सिर्फ अपने माता पिता का ही नाम रोशन नहीं किया वरन पुरे उत्तराखण्ड को एक गौरवान्वित पल दिया। शनिवार को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में आयोजित पासिंग आउट परेड में सेना में कमीशन प्राप्त किया। इस अवसर पर उनके गौरवशाली माता पिता श्रीमती हेमा परिहार एवं गंगा सिंह परिहार उपस्थित थे। कुलदीप परिहार की इस उपलब्धि पर उनके गांव तथा क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
मूल निवास और प्रारंभिक शिक्षा – कुलदीप सिंह परिहार मूल रूप से बागेश्वर के गरुड़ ब्लॉक के मटे आगर गांव के निवासी हैं। वे वर्तमान में अपने पैतृक घर मटे आगर गरुड़ में रहते हैं। बचपन से ही उनमे देश सेवा का बहुत जूनून था और इसी को अपना लक्ष्य मान कर आगे की पढाई की। इस पद को प्राप्त करने के लिए कुलदीप ने कड़ी मेहनत की और आज उनके कड़ी मेहनत का सकारात्मक परिणाम उन्हें देखने को मिला। उनकी प्रारंभिक शिक्षा तिलसारी से तत्पश्चात इन्टर तक की शिक्षा आर्मी स्कूल रानीखेत तथा आर्मी स्कूल जालंधर से हुई। आम्रपाली कॉलेज हल्द्वानी से उन्होंने बी०सी०ए० में डिग्री प्राप्त की उसके बाद सेना में कमीशन प्राप्त किया।
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सबसे खाश बात तो ये है की कुलदीप के पिता गंगा सिह परिहार भी सेना में एजुकेशन कोर में आनरेरी कैप्टन पद से 2011 में रिटायर हुए तथा पांच वर्ष राजकीय इन्टर कॉलेज मैगड़ीस्टेट में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत रहे। इस अवसर पर ,पूर्व विधायक ललित फर्सवाण,जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी देवेन्द्र परिहार,, शिव सिंह बिष्ट ,दिगंबर सिंह परिहार ,भरत फर्स्वाण ,नवीन परिहार, और महेश परिहार आदि ने प्रसन्नता व्यक्त कर कुलदीप को और उनके परिवार को शुभकामनाये दी।
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