Uttarakhand earthquake alert news : तिब्बत के बाद उत्तराखंड मे मंडरा रहा बड़े भूकंप का खतरा, कभी भी हो सकते हैं भूकंप के झटके महसूस, वैज्ञानिक भी चिंतित…..
Uttarakhand earthquake alert news: हिमालय क्षेत्रों में आए दिन लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। अभी हाल ही में बीते 7 जनवरी को तिब्बत मे 7.1 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया जिसमें कई लोगों ने अपनी जिंदगी गवाही। तिब्बत के बाद अब उत्तराखंड में बड़े भूकंप आने का अंदेशा जताया जा रहा है। जिसके कारण उत्तराखंड में लगातार खतरा मंडरा रहा है हालांकि वैज्ञानिकों द्वारा इसका पता नहीं लगाया जा सका है कि कब और कहां पर कितनी तीव्रता वाला भूकंप आने वाला है लेकिन वैज्ञानिक भूकंप के पैटर्न को लेकर निरंतर अध्ययन कर रहे हैं। उत्तराखंड समेत विभिन्न हिमालय क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र माने जाते हैं जहां पर कभी भी भारी भूकंप आ सकता है।
Uttarakhand bhukamp alert news बता दें बीते 7 जनवरी को तिब्बत में आए 7.1 मैग्नीटयूट के भूकंप के बाद अब उत्तराखंड में भी तीव्र भूकंप आने की संभावना बनी हुई है। दरअसल तिब्बत में आए विनाशकारी भूकंप में 126 लोगों की जिंदगियां तबाह हुई। आपको जानकारी देते चले हिमालय क्षेत्र करीब 2500 किलोमीटर लंबा और 150 किलोमीटर चौड़ा है जो भूकंप की संवेदनशीलता के आधार पर चार और पांच जोन में रखा गया है यानी पूरा हिमालयन बेल्ट भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील है जहां पर भूकंप आने की लगातार संभावनाएं बनी रहती है। ऐसे में तिब्बत के बाद अब भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में भूकंप आने की आशंका जताई जा रही है जिसके तहत उत्तराखंड में भी लगातार भूकंप का खतरा मंडरा रहा है। वैज्ञानिकों ने हिमालय क्षेत्र में पहले आए भूकंप के पैटर्न पर काम करना शुरू कर दिया है ताकि आने वाले भूकंप का अनुमान लगाया जा सके। यह भी पढ़ें- Earthquake in Chamoli : चमोली में भूकंप के झटके हुए महसूस घरों से बाहर निकले लोग
uttarakhand earthquake bhukamp bhookamp latest news आपको बता दें कि हिमालय के इस भाग में वर्ष 1975 से लेकर अब तक सात बड़े भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं जिनमें से उत्तराखंड में दो सबसे बड़े भूकंप आए हैं। जिसमें पहला भूकंप वर्ष 1991 में उत्तरकाशी में 6.8 मेग्नीट्यूड का आया था जबकि वर्ष 1999 में चमोली जिले में 6.6 मेग्नीट्यूड का भूकंप आया था जिसमें कई लोगों ने दम तोड़ा। इसी तरह अगर सात मेग्नीट्यूड का भूकंप फिर आता है तो हिमालय क्षेत्र में दोबारा भूकंप 10 से 15 साल के अंतराल आने की संभावना रहती है। एक समय के बाद भूकंप किसी भी हिमालयन रीजन में आ सकता है। ऐसे में उत्तराखंड रीजन में भी भूकंप आने की संभावना है लेकिन इसके बारे में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है कि कितने मेग्नीट्यूड का भूकंप कब और कहां आएगा। वैज्ञानिकों की माने तो इंडियन प्लेट नॉर्थ की तरफ धीरे-धीरे खिसक रही है जो करीब दो से तीन सेंटीमीटर हर साल मूव कर रही है लेकिन जब हिमालय में भूकंप आता है तो एनर्जी एक साथ कुछ सेकंड में ही रिलीज हो जाती है। बताते चलें तिब्बत का भूकंप थोड़ा अलग था लेकिन उत्तराखंड में भूकंप आने की संभावनाएं अभी टली नहीं है। बताया जा रहा है कि हिमालय के नॉर्थ और तिब्बत के साउथ में नॉर्मल भूकंप आते रहते हैं लेकिन हिमालय में जो भूकंप आते हैं वह थ्रस्ट मेकैनिज्म से आते हैं।