Uttarakashi: टिहरी बांध (Tehri dam) झील में डूबने से दस वर्षीय मासूम की मौत, हादसे के बाद से परिजनों में कोहराम..
मानसून के दौरान जहां राज्य के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों को आपदा का सामना करना पड़ता है वहीं भारी बारिश होने से नदी-नाले एवं तालाब आदि भी पानी से लबालब भर जाते हैं। जिस कारण इस मौसम में नदी, तालाब आदि में डूबने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी भी देखने को मिलती हैं। इसके लिए सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा भी चेतावनी बोर्ड लगाकर आम नागरिकों को सचेत किया जाता है परन्तु बावजूद इसके नदी-नाले एवं तालाब आदि में नहाने जाने वाले लोगों की संख्या में कोई कमी नहीं आती, जिस कारण कई बार तो नदी में डूबने से उनकी अल्पायु में ही मौत भी हो जाती है। आज एक बार फिर राज्य के उत्तरकाशी (Uttarakashi) जिले से एक ऐसी ही दुखद खबर आ रही है जहां टिहरी बांध (Tehri dam) की झील में डूब जाने से एक दस वर्षीय मासूम बालक की मौत हो गई। बच्चे के डूबने की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम एसडीआरएफ के साथ मिलकर ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और बच्चे की खोजबीन शुरू की, करीब 48 घंटे बाद बच्चे का शव पुलिस को बरामद हुआ। हादसे के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
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बच्चे की खोजबीन कर रही टीम को करीब 48 घंटे बाद बरामद हुआ मृतक का शव, चार बहनों का इकलौता का इकलौता भाई था मृतक:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल राज्य के उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीगांव निवासी प्रदीप कुमार बीते कई वर्षों से क्षेत्र के पीपलमंडी में अपने परिवार के साथ रह रहा था। बताया गया है कि बीते मंगलवार को प्रदीप का दस वर्षीय बेटा प्रभात, अपने चाचा हरीश और उनके बेटे सार्थक के साथ पशुओं के लिए पानी लेने पीपलमंडी में टिहरी बांध झील के किनारे गया था। इस दौरान हरीश तो पानी लेकर लौट गए परंतु दोनों बच्चे झील के किनारे जल संस्थान की टूटी हुई पाइप लाइन से बह रहे पानी में नहाने की जिद करने लगे। दोनों बच्चों को झील के किनारे नहाने छोड़कर अभी हरीश घर पहुंचे ही थे कि तभी उनका पांच वर्षीय पुत्र सार्थक रोता हुआ वहां पहुंचा और उसने भाई प्रभात का पैर फिसलने के कारण के झील में डूबने की बात कही। जिस पर परिजनों में कोहराम मच गया। आनन-फानन में परिजन झील के किनारे पहुंचे और उन्होंने हादसे की सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची एसडीआरएफ और धरासू पुलिस के साथ मिलकर प्रभात को खोजने के लिए तुरंत संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया। करीब 48 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे का शव सर्च आपरेशन चला रही टीम को बरामद हुआ। मृतक प्रभात अपनी चार बहनों का इकलौता भाई था। इकलौते पुत्र की अचानक मौत से परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
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