Babita Parihar Ranikhet SDM : कक्षा नवीं की छात्रा बबीता परिहार एक दिन के लिए बनी सांकेतिक SDM, परिजनों मे खुशी का माहौल….
Babita Parihar Ranikhet SDM: उत्तराखंड की बेटियां शिक्षा के क्षेत्र समेत विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत और कठिन परिश्रम के दम पर उच्च मुकाम हासिल कर रही है। इसी बीच अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने सभी छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरुआत की जिसमें उन्होंने बीते 14 दिसंबर को कुछ विद्यालयों में नव चेतना सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन कराया था जिसमें राजकीय इंटर कॉलेज चौमुधार कक्षा नौवीं की छात्रा बबीता परिहार ने 200 में से 180 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया जिसके तहत रानीखेत के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने बबीता को एक दिन के लिए रानीखेत तहसील का सांकेतिक एसडीएम का पदभार सौंपा । इस दौरान बीते मंगलवार को बबीता एसडीएम के पदभार को ग्रहण करते हुए नजर आई।
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Babita Parihar Ranikhet almora गौरतलब हो कि बीते 14 दिसंबर को अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के सूरी गांव की निवासी बबीता परिहार ने गवर्नमेंट इंटर कॉलेज चौमूधार मे आयोजित हुई सीनियर वर्ग की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया था जिसके तहत बीते मंगलवार 24 दिसंबर को बबीता परिहार को एक दिन के लिए एसडीएम बनने का मौका मिला। इस दौरान बबीता परिहार बीते मंगलवार को एसडीएम के पदभार को ग्रहण करती हुई नजर आई जिस पर उन्हें सम्मानित करने वालों का तांता लगा रहा। वहीं एसडीएम पद पर बैठते ही बबीता ने लोगों की समस्याएं भी सुनी। मजखाली से पहुंचे लोगों ने सांकेतिक SDM बबीता परिहार के सामने आधार कार्ड से संबंधित समस्याएं उठाई। इस दौरान जीआईसी चौमूधार में स्थाई प्रधानाचार्य नियुक्त करने की भी मांग की गई। SDM बबीता ने अधिकारियों को समस्याओं के निस्तारण के निर्देश जारी किए। इतना ही नहीं बल्कि बबीता को प्रशासनिक अधिकारी पद का पूरा प्रोटोकॉल दिया गया। जिस पर संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने कहा कि यह पहल बच्चों को प्रशासनिक कार्यों के प्रति जागरूक करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।
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बताते चलें इसके बाद बबीता परिहार सरकारी वाहन से कार्यालय पहुंची जहाँ पर उन्होंने प्रशासनिक कार्यों का अनुभव भी लिया उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुनते हुए इसकी चर्चा प्रशासनिक अधिकारियों से की। बबीता ने बताया कि यह अनुभव उनके लिए वाकई में आत्म विश्वास बढ़ाने वाला रहा। एसडीएम बबीता ने तहसील का निरीक्षण कर कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की उन्होंने सबसे पहले जनाधार केंद्र का निरीक्षण कर प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया समझी। इसके बाद उन्होंने तहसील में राजस्व संबंधी कार्यो और रजिस्ट्रार केंद्र में रजिस्ट्री से जुड़ी जानकारी ली वही पूर्ति विभाग में राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी जानी। लेकिन इससे पहले बबीता ने शिक्षा विभाग और तहसील कर्मियों के साथ बैठक कर परिचय प्राप्त किया। बताते चले ताड़ीखेत ब्लॉक के प्रशासक हीरा रावत और कैंट के नामित सभासद मोहन नेगी ने भी बबीता का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इतना ही नहीं बल्कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने बबीता और सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया।संयुक्त मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर बैठने वाली बबीता को नैनीताल में बोटिंग, चिड़ियाघर भ्रमण और एरीज का निःशुल्क शैक्षिक भ्रमण भी कराया जाएगा। संयुक्त मजिस्ट्रेट बबीता को कांग्रेसजनों ने रानीखेत को जिला बनाए जाने और छावनी के सिविल क्षेत्र को चिलियानौला नगरपालिका में विलय करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जिसमे खेल स्टेडियम और सांस्कृतिक आयोजन स्थल की मांग भी शामिल रही।
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एक दिन के लिए एसडीएम बनी बबीता परिहार कहती है कि वह भविष्य में आईएएस अधिकारी बनकर समाज की सेवा करना चाहती है इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने समाज के विकास के लिए काम करने और महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने की प्रतिबद्धता जताई। बबीता ने नव चेतना मुहिम की सराहना करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला कदम बताया। आईएएस बनने का सपना देख रही बबीता ने प्रशासनिक गतिविधियों को काफी करीब से देखा व समझा जो उनके लिए एक प्रेरणा तो बनेगा ही इसके साथ ही अन्य बच्चों को भी प्रोत्साहित करेगा। रानीखेत के संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने बताया कि अब ऐसी प्रतियोगिताएं हर महीने नियमित रूप से आयोजित की जाएगी ताकि बच्चों को अपनी क्षमताओं को पहचानने का मौका मिल सके। बबीता को एसडीएम बना देख उनके परिजन गर्वित हो उठे। बबीता के पिता भगवत सिंह परिहार और बबीता की माता आशा देवी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट की नव चेतना मिशन पहल की सराहना करते हुए सरकारी स्कूलों के बच्चों के जीवन स्तर को सुधारने समेत उनके भविष्य को बेहतर बनाने की बात कही।