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Dehradun news: देहरादून डंडी कंडी के सहारे पहुंचाया अस्पताल महिला ने CHC पहुंचते ही तोड़ा दम
Dehradun hospital news today : डंडी कंडी के सहारे 12 km की दूरी तय कर सीएचसी पहुंचने पर महिला ने तोड़ा दम, परिजनों में मचा कोहराम…
bad health road condition women santo devi died normal fever dehradun news today: उत्तराखंड के दूरस्थ गांवों में आज भी ना तो बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और ना ही बेहतर मार्ग जिसके कारण लोगों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कुछ दुखद खबर राजधानी देहरादून से सामने आ रही है जहाँ पर सिल्लीखड्ड-कुनैन मोटर मार्ग बन्द होने के कारण एक बीमार महिला ने 12 km की दूरी डंडी कंडी से तय कर अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद से उनके परिजन सदमे में है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून के झबराडा की निवासी 65 वर्षीय संतो देवी और कुनैन सैंज की निवासी 75 वर्षीय मुंशी देवी का अचानक से बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य बिगड़ गया था। जिसके बाद दोनों बुर्जुग महिलाओं को ग्रामीणों द्वारा डंडी कंडी के सहारे 12 किलोमीटर दूरी तय कर राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचाया गया। दरअसल सिल्लीखड्ड-कुनैन मोटर मार्ग जगह-जगह पर बारिश के कारण मलबा आने से बीते आठ दिनों से बंद है जिसके कारण ग्रामीणों की परेशानियां लगातार बढ़ रही है। हालांकि जैसे तैसे दोनों को ग्रामीण निजी वाहन से सीएचसी चकराता लेकर पहुंचे जहां पर डॉक्टर ने संतों देवी को मृत घोषित कर दिया। बताते चले संतो देवी बुखार से ग्रसित थी यदि उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता तो उनकी जान बच सकती थी।
ग्रामीणों ने लगाया आरोप समय पर नहीं पहुंची एम्बुलेंस
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इमरजेंसी एंबुलेंस भी समय पर नहीं पहुंची जिसकी वजह से महिला को निजी वाहन से अस्पताल ले जाना पड़ा। वहीं दूसरी ओर कुनैन सैंज निवासी पूर्व प्रधान अतर सिंह की माता मुंशी देवी की तबीयत खराब होने पर उन्हें भी डंडी कंडी के सहारे राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचना पड़ा जहां से उन्हें निजी वाहन से चकराता लाया गया जहां पर उनका उपचार चल रहा है। ग्रामीणों की माने तो 8 दिन से मोटर मार्ग बंद है लेकिन लोनिवि बंद मोटर मार्ग की सुध तक नही ले रहे है।
मार्ग बंद होने के कारण कई गांव के लोग परेशान
बताते चले 12 से 15 किलोमीटर गांव से राजमार्ग की दूरी सिल्लीखड्ड-कुनैन मोटर मार्ग से 10 गावों की करीब तीन हजार की आबादी चकराता मसूरी-मलेथा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी हुई है जिसके ठप पड़ने से सैंज, कुनैन, अमराड़, झबराड़, कुताड़, खरोड़ा आदि गांव के लोग परेशान है। बीते 29 अगस्त को बारिश के कारण पहाड़ से मलवा और बोल्डर मोटर मार्ग पर आया जिसके कारण कई स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई वहीं मोटर मार्ग जगह-जगह बंद हो गया। लोगो को चकराता विकास नगर देहरादून जाने के लिए राष्ट्र राजमार्ग तक पैदल ही जाना पड़ रहा है विशेष कर बीमार लोगो को सबसे अधिक मार झेलनी पड़ रही है।
लोक निर्माण विभाग अस्थाई खंड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने जाने क्या कहा मार्ग को लेकर
लोक निर्माण विभाग अस्थायी खंड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि त्यूणी- चकराता- मसूरी-मलेथा-राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से सिलीखड्ड कुनैन मोटर मार्ग पर जेसीबी को नहीं भेजा जा सकता है। इतना ही नही बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु होते ही दो जेसीबी को मोटर मार्ग से मलबा और बोल्डर हटाने के लिए भेजा जाएगा। कुछ स्थानों पर मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हुए है ऐसे में मरम्मत कार्य में भी समय लग सकता है। यानी मार्ग खुलने के लिए लोगो को अभी भी इंतज़ार करना होगा।
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