Purnagiri champawat teacher news: बिंदुखत्ता के शिक्षक की मौत , डोली से शव को पहुंचाया सड़क तक, सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही परेशानियां…
purnagiri champawat teacher kundan Singh Bohra of bindu khatta lalkuan nainital died news today: उत्तराखंड में आज भी ऐसे कई सारे जिले मौजूद है जहां के गांव में ना तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं हैं और ना ही सड़क की उचित व्यवस्था जिसके कारण कई बार ग्रामीणों को सड़क न होने के कारण डोली के सहारे मरीजों को अस्पताल ले जाना पड़ता है। ऐसी ही कुछ खबर चंपावत जिले से सामने आ रही है जहां पर एक शिक्षक की अचानक तबियत बिगड़ने के कारण उनकी जिंदगी चली गई लेकिन ग्रामीणों की बेबसी तो देखिए उन्हें शिक्षक के शव को 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई पार कर सड़क तक पहुंचाना पड़ा।
यह भी पढ़े :पौड़ी गढ़वाल: सीकू से तिमली 3km तक सड़क मार्ग बदहाल ग्रामीण परेशान…
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के बिंदुखत्ता लालकुआं के निवासी 55 वर्षीय कुंदन सिंह चंपावत जिले के पूर्णागिरि क्षेत्र से लगे कोटीकेंद्री राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे जिनकी बीते 18 अगस्त की रात अचानक से तबियत बिगड़ गई जिसकी जानकारी पूर्णागिरि के पुजारी पंडित राजू तिवारी ने देते हुए बताया कि शिक्षक को रात में बेचैनी की शिकायत हुई लेकिन जब तक ग्रामीण और उनके साथी शिक्षक कुंदन को अस्पताल ले जाते तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया था। बताते चले शिक्षक अपनी पत्नी के साथ कोटकेंद्री मे रहते थे जिनकी मौत के बाद से उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है वहीं उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
सड़क न होने के कारण झेलनी पड़ी परेशानी
कोटकेंद्री गांव में सड़क न होने के कारण 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई पर डोली के सहारे शिक्षक के शव को सड़क तक पहुंचना पड़ा जहां से वाहन के जरिए शिक्षक के शव को उनके घर बिंदुखत्ता पहुंचाया गया। इतना ही नहीं बल्कि पूर्णागिरि क्षेत्र से सटे इस गांव में सड़क न होने के कारण आए दिन ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़िए।।