देश के आठ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के बाद अब उत्तराखण्ड (uttarakhand) में भी हुई बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि, वन विभाग ने लोगों से मृत पक्षी मिलने पर तुरंत सूचित करने को कहा..
उत्तराखण्डवासियों के लिए एक दुखद खबर आ रही है जहां बीते सोमवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। राज्य में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के साथ ही वन विभाग ने पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है। वन विभाग ने लोगों से कहीं भी पक्षी मृत मिलने पर उसे छूने या उसे दफन करने या जलाने की कोशिश ना करने की बात भी कही है, बल्कि तुरंत वन विभाग को इसकी जानकारी देने को कहा गया है। बताया गया है कि देहरादून और कोटद्वार क्षेत्र में मिले मृत पक्षियों के सैंपलों की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में अभी तक करीब 700 पक्षी मृत मिल चुके हैं। इस संबंध में केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय का कहना है कि अब तक उत्तराखंड (uttarakhand) सहित नौ राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें उत्तराखण्ड के अलावा केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं दिल्ली शामिल हैं।
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पशुपालन विभाग ने भी प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्मों में लगाई बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग ने राज्य में बर्ड फ्लू की पुष्टि कर दी है। इस संबंध में राज्य के प्रमुख सचिव (वन) आनंद वर्द्धन ने राज्य में बर्ड फ्लू के मामले मिलने की पुष्टि करते हुए बताया है कि पशु पालन विभाग इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी करेगा। प्रदेश स्तर पर अपर प्रमुख वन संरक्षक कपिल लाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के सभी वन संरक्षकों को रोज शाम छह बजे तक नोडल अधिकारी को रिपोर्ट देने को कहा गया है। आपात स्थिति को देखते हुए राज्य के वनमंत्री हरक सिंह ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रमुख वन संरक्षक को राज्य के सभी वन अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी करने को कहा था। जिसके बाद बीती शाम प्रमुख वन संरक्षक की ओर से इसके आदेश भी जारी कर दिए गए थे। इतना ही नहीं बर्ड फ्लू की दस्तक के साथ ही पशुपालन विभाग ने प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्मों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है।
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