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Image : social media ( Dehradun teacher fraud LUCC)

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Dehradun fraud news: देहरादून सरकारी शिक्षक ने पत्नी के नाम कंपनी खोल किया LUCC जैसा फ्राड

Dehradun teacher fraud LUCC  : सरकारी शिक्षक ने पत्नी के नाम पर खोली तीन फर्जी कंपनियां, 15 हज़ार लोगों से की 47 करोड़ की ठगी, सुकन्या समृद्धि योजना के मुनाफे का दिया झांसा.. 

dehradun crime news fraud teacher looted 150 crore to built fake company like LUCC uttarakhand latest news today  : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आ रहा है ,जहां पर समृद्धि निधि लिमिटेड नाम की एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी ने आम जनता को अधिक ब्याज देने के मुनाफे में कुछ इस कदर फंसाया की उनके साथ 47 करोड़ की धोखाधड़ी हो गई। इसके बाद फाइनेंस कंपनी के 100 से अधिक एजेंट एसएसपी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने अपने पैसे वापसी को लेकर एसएसपी से मदद की गुहार लगाई। इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन ने 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में स्थित दून समृद्धि निधि लिमिटेड नाम की माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने लोगों के साथ LUCC जैसा फ्राड करते हुए 47 करोड़ रुपए की ठगी की है। दरअसल दून समृद्धि निधि लिमिटेड कंपनी की ओर से दैनिक जमा योजना फिक्स्ड डिपॉजिट और रिकरिंग डिपॉजिट के खाते खोले जाते थे। जिसमें पैसा जमा कर इसके बदले सरकारी बैंकों से अधिक ब्याज का झांसा दिया जाता था। वर्ष 2022 में नीलम चौहान और जगमोहन चौहान दोनो पति पत्नी ने समृद्धि निधि लिमिटेड शुरू की थी। जिनका ऑफिस दून विश्वविद्यालय रोड स्थित संस्कार एंक्लेव में है। इस कंपनी के जरिए उन्होंने अलग-अलग पदों पर कई लोगों को शामिल किया।

लोगो का करोडो पैसा लेकर फरार हुए दम्पति

इसके अलावा देहरादून से अलग क्षेत्र में करीब 150 से अधिक एजेंट तैनात किए। कंपनी में 1000 से अधिक ग्राहकों को जोड़ा गया जिसमें करोड़ों रुपए की धनराशि जमा कराई गई। समय सीमा पूरी होने के बाद जब लोग पैसे लेने के लिए पहुंचे तो उन्हें मूल राशि तक वापस नहीं मिली। इतना ही नहीं बल्कि इसके बाद दोनों पति-पत्नी लोगों का पैसा लेकर फरार हो गए। आरोप है कि इन कंपनियों के जरिए चार साल में 150 करोड़ का लेनदेन हुआ है।

आरोपी जगमोहन चौहान सरकारी शिक्षक के पद पर है तैनात

आरोपी जगमोहन चौहान सरकारी शिक्षक है जो दून में तैनात है उन्होंने अपनी पत्नी और परिजनों के नाम पर तीन कंपनियां बनाई थी। बीते शनिवार को दून समृद्धि निधि लिमिटेड कंपनी से जुड़े 150 एजेंट एसएसपी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने पैसों की वापसी को लेकर एसएसपी से सहायता मांगी। एजेंट ने कहा कि यह लोग 2022 से कंपनी से जुड़े थे। जिन्हें शुरुआत में रिफंड दिया गया लेकिन अब ग्राहकों को रिफंड देना बंद कर दिया गया है। कंपनी के एजेंट अलग-अलग क्षेत्र में जुड़े हैं डोईवाला के एजेंट का कहना है कि उन्होंने मेंबर को जोड़कर करीब 8 करोड रुपए जमा करवाए हैं। वहीं विकास नगर से आई महिला एजेंट ने अपने क्षेत्र से एक करोड़ से अधिक ग्राहकों को कंपनी में जोड़ा है।

पुलिस ने आठ खाते किए फ्रिज, कई लोगों के खिलाफ किया मुकदमा दर्ज

मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन ने चौकी प्रभारी बाईपास प्रवीण पुंडीर की तहरीर के आधार पर कंपनी निदेशक नीलम चौहान संस्थापक जगमोहन चौहान, कमलेश बिजलवान कुसुम शर्मा अनिल रावत और दीपिका समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कंपनी द्वारा नियम विरुद्ध ब्याज दिया जा रहा था जिसमें करीब 8% से 12% तक कंपनी ब्याज दे रही थी। इस कंपनी ने लोगों को 2 साल तक मुनाफे के साथ पैसा दिया लेकिन पिछले 4 महीने से निदेशक ने पैसा देना बंद कर दिया है। पुलिस ने कंपनी के दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। जिसमें उन्हें आठ खाते मिले हैं पुलिस ने सभी खातों को फ्रीज कर दिया है वहीं आरोपियों की तलाश जारी है।

आरोपी के बच्चे कर रहे डॉक्टरी की पढ़ाई

लोगों ने एसएसपी से शिकायत करते हुए बताया कि आरोपी के दो बच्चे हैं जो उत्तराखंड के एक नामी मेडिकल कॉलेज से डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। आरोपियों ने कहा था कि उनका कुमाऊं में रियल एस्टेट कारोबार है जहां पर फ्लैट बनाए जा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि निवेश के नाम पर जमा हो रही रकम में कुछ रकम उन्होंने वही निवेश की है जिसकी जांच पड़ताल जारी है।

लोन लेकर आरोपियों को दिए थे रुपए मूल राशि भी नहीं आई वापिस

पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले व हाल ही में राजधानी देहरादून के कुंज विहार पटेल नगर के निवासी शिक्षा विभाग के कर्मचारी विनोद कुमार ने बताया कि उन्होंने आरोपियों को दी रकम बैंक से लोन लेकर दी थी। इसकी किस्त वो आज भी चुका रहे हैं। लंबे समय बाद आरोपियों ने रकम लौटाने का वादा किया था लेकिन अभी तक रुपए नहीं दिए।

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