uttarakhand electricity unit rate : सितंबर में ज्यादा करना होगा बिजली बिल का भुगतान, 30 लाख उपभोक्ताओं को लगेगा झटका, नई दरें 8 पैसे से 33 पैसा प्रति यूनिट होगी..
Uttarakhand electricity smart meter bill unit rate price increase september month news today : उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा निगम की ओर से एक झटके की खबर सामने आ रही है कि इस महीने उन्हें बिजली का बिल अधिक भुगतान करना होगा। जी हाँ दरअसल ऊर्जा निगम ने 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं को एक तगड़ा झटका दिया है। जिसके तहत सितंबर महीने के फ्यूल एंड पावर परचेज कास्ट एडजस्टमेंट के तहत बिजली की दरों मे 8 पैसे से 33 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोत्तरी की गई है। यानी इस महीने उपभोक्ताओं की जेबो पर बिल का अधिक बोझ पड़ने वाला है। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते विद्युत उत्पादन पर काफी बुरा असर पड़ा है। नदियों में लगातार गाद बढ़ने से कई पावर हाउसों में टरबाइन ठप पड़ गई हैं जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आई है। हालांकि गर्मी कम होने से बिजली की खपत कम हुई है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बीपीएल उपभोक्ताओं को 8 पैसे, घरेलू उपभोक्ताओं को 22 पैसे ,कमर्शियल उपभोक्ताओं को 31 पैसे प्रति यूनिट बिजली के लिए अतिरिक्त देने होंगे। जबकि सरकारी संस्थाओं के लिए दर 29 पैसे बढ़ाई गई है। इसके अलावा निजी ट्यूबवेल पर भी 10 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार पड़ने वाला है। बताते चलें इस श्रेणी में अधिकतर किसान शामिल है। कृषि आधारित उपभोक्ताओं में 25 किलोवाट वाले उपभोक्ताओं को 13 पैसे, 25 से 75 किलोवाट पर 14 पैसे और 75 किलोवाट से ऊपर वाले उपभोक्ताओं को 15 पैसे प्रति यूनिट का अधिक भुगतान करना होगा। इसी क्रम में आईटी और एचडी इंडस्ट्री को 29 पैसे मिक्सड लोड वाले उपभोक्ताओं को 27 पैसे प्रति यूनिट अधिक भुगतान करने होंगे।
सितम्बर मे महंगी हुई बिजली
जबकि रेलवे और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन पर 27 पैसे और अस्थाई बिजली कनेक्शन पर 33 पैसे प्रति यूनिट का भार पड़ेगा। जिसका आदेश बीते बुधवार को मुख्य अभियंता कमर्शियल डीएस खाती की ओर से जारी किया गया है। आपको बता दें कि राज्य में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अप्रैल माह में बिजली नियामक आयोग ने बिजली दरों में 5.62 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी थी। इस वृद्धि से आम उपभोक्ताओं पर प्रति यूनिट लगभग 15 पैसे का अतिरिक्त बोझ पड़ा था। इस बढ़ोतरी ने घरेलू और व्यावसायिक दोनों तरह के उपभोक्ताओं को प्रभावित किया था। अब सितंबर में बढे बिजली के बिल एक बार फिर से उपभोक्ताओं को रुलाने वाले हैं।