Nivedita Karki national games: निवेदिता कार्की ने बॉक्सिंग में हरियाणा की कल्पना को परास्त कर जीता स्वर्ण पदक, बढ़ाया पूरे क्षेत्र का मान…..
Nivedita Karki national games उत्तराखंड की होनहार बेटियां आज खेल के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। इतना ही नहीं बल्कि वे हर क्षेत्र में अपनी चमक बिखेरने का साहस भी रखती है। यहां की बेटियां क्रिकेट, बैडमिंटन, मार्शल आर्ट, फेनसिंग चैंपियनशिप, फुटबॉल, बॉक्सिंग , निशानेबाजी, स्प्रिंट चैंपियनशिप समेत एथलेटिक्स जैसे विशेष खेलों में अपनी जगह बनाकर पूरे प्रदेश का मान बढ़ा रही हैं जो अन्य बेटियों के लिए बेहद प्रेरणादायक है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो अपनी मेहनत और समर्पण के दम पर विशेष उपलब्धि हासिल करती हैं। आज हम आपको पिथौरागढ़ जिले के दूरस्थ गांव की निवेदिता कार्की से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्होंने बॉक्सिंग मे स्वर्ण पदक जीता है। निवेदिता की इस विशेष उपलब्धि के बाद से उन्हें लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
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Boxer Nivedita Karki Pithoragarh बता दें पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स कॉलेज में 38 वे राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया था जिसमें बॉक्सिंग के फाइनल मुकाबले मे पिथौरागढ़ जिले की कालेछीना के दूरस्थ गांव रणुआ की निवेदिता कार्की ने 50 kg वेट कैटेगरी में हरियाणा की बॉक्सर कल्पना को 5 – 0 से परास्त कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। निवेदिता बॉक्सिंग के लिए हमेशा से जी तोड़ मेहनत करती आई है जिसकी बदौलत आज उन्हें यह विशेष मुकाम हासिल हुआ है। निवेदिता बताती है कि वर्ष 2019 में उनका चयन खेलो इंडिया योजना के तहत नेशनल एकेडमी रोहतक हरियाणा के लिए हुआ था तभी इस दौरान निवेदिता ने अपने हुनर का लोहा मनवाते हुए जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप मे चयनित होने की उपलब्धि हासिल की थी लेकिन इस दौरान उनके सर पर हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षाएं थी फिर भी उन्होंने परीक्षा की बजाय बॉक्सिंग को चुना और ट्रेनिंग में जुट गई। वहीं वर्ष 2020 में अंतर्राष्ट्रीय जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में निवेदिता ने गोल्ड मेडल जीतकर अपने फैसले को सही साबित किया। इसके बाद वर्ष 2021 में निवेदिता ने जॉर्डन में आयोजित एशियन यूथ जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक हासिल किया तथा दुबई में आयोजित प्रतियोगिता में रजत पदक जीता जबकि इजराइल में गोल्डन गर्ल का खिताब अपने नाम किया। निवेदिता बताती है कि इस समय उनका परिवार राजधानी देहरादून में रहता है। निवेदिता के पिता बहादुर सिंह कार्की इंदिरा गाँधी एयरपोर्ट इम्मिग्रेशन ऑफिसर के पद पर तैनात है जबकि निवेदिता की माता पुष्पा कार्की गृहणी है। निवेदिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों समेत समस्त गुरुजनों को दिया है।