उत्तराखण्ड : नई पहल, स्कूल में पारंपरिक पहाड़ी वाद्य यंत्रों की थाप पर प्रार्थना की हुई शुरुआत
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के सतपुली बाजार के बीचों-बीच स्थित राजकीय इंटर कॉलेज सतपुली में पहाड़ की परंपराओं से जुड़े पारंपरिक वाद्य यंत्रों से आज की पीढ़ी को जोड़ने के लिए बीते शुक्रवार से एक नई पहल का आगाज किया गया है, जिसमें विद्यालय की प्रात: वंदना और समूह गान पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ हो रही है। सबसे खास बात तो यह है कि इन वाद्य यंत्रों को बजाने का जिम्मा भी बच्चों को ही दिया गया है। कालेज के बाजार के बीचों-बीच स्थित होने के कारण सतपुली बाजार की सुबह भी इन दिनों ढोल-दमाऊं, डौंर-थाली, हुड़का, रणसिंघा, भंकोरा और मशकबीन की सुमधुर लहरों से सराबोर रहती है। विद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि उनकी इस नवीनतम पहल का उद्देश्य यही है कि बच्चों को अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के बारे में जानकारी मिल सके। विद्यालय प्रबंधन द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक निर्णय की सतपुली के साथ-साथ सोशल मीडिया में भी जमकर सराहना हो रही है।