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UKSSSC Paper leak: अब तक 4 सरकारी कर्मचारी सस्पेंड, खालिद ने खोला राज कैसे किया पेपर लीक
UKSSSC Paper Leak 2025: पेपर लीक प्रकरण में निलंबित हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट के एन तिवारी और असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन , दो पुलिस कर्मी भी सस्पेंड, आरोपी खालिद ने किया बड़ा खुलासा…
Haridwar sector magistrate K N Tiwari suspend kahild malik open secrets how UKSSSC Paper Leak 2025 Uttarakhand latest news update today: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक प्रकरण से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है ,जहां पर कार्मिक विभाग ने UKSSSC के पत्र के बाद योजना निदेशक ग्रामीण विकास के केएन तिवारी के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं। बताते चलें कि लापरवाही बरतने के कारण सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी पर गाज गिरी है।
इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सुमन ही वो शख्स है जिन्होंने पेपर के उत्तर खालिद की बहन को भेजें थे। सुमन ने ही बांबी पवार को सबसे पहले पेपर लीक होने की जानकारी दी थी। इतिहास विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा नई टिहरी में तैनात थी। वहीं हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने बहादरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र पर तैनात रहे दारोगा रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को भी निलंबित कर दिया है। इस मामले में अब तक 4 सरकारी कर्मचारियों पर गाज गिर चुकी है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा सरकार को हरिद्वार के परीक्षा केंद्र मे लापरवाही को लेकर कार्यवाही के लिए रखा गया था जिसमें कहा गया कि परियोजना निदेशक केएन तिवारी को परीक्षा में सुचिता बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मगर जिस तरह से प्रश्न पत्र के तीन पेज बाहर भेजे गए हैं उस हिसाब से परीक्षा केंद्र में लापरवाही की गई है ऐसे में केएन तिवारी के विरुद्ध उक्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
परीक्षा केंद्र से पन्नों का बाहर आना बड़ी लापरवाही आदेश में स्पष्ट
आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है की परीक्षा केंद्र से पन्नों का बाहर आना बड़ी लापरवाही है जिससे यह साफ हो गया कि परियोजना निदेशक अपनी जिम्मेदारी निभाने में कामयाब नहीं रहे। जिन्होंने जिम्मेदारी के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई। इसलिए उन्हें पद से निलंबित किया जाता है। वहीं दूसरी ओर पेपर लीक करने वाले आरोपी खालिद मलिक ने मोबाइल सेंटर में छुपाने से संबंधित बड़ा खुलासा किया है।
खालिद लम्बे समय से कर रहा था प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नाकाम होने पर रचा पूरा षड्यंत्र
बताते चले पेपर लीक प्रकरण का मुख्य आरोपी खालिद लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। इतना ही नहीं बल्कि बार-बार मामूली अंकों से चुकने के कारण वो काफी निराश हो गया था। बस इसी निराशा के चलते उसने नकल की साजिश रची। जिसके तहत उसने टिहरी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन से संपर्क किया जिन्हें प्रश्न पत्र हल करने में दक्षता का भरोसा था।
खालिद की बहन साबिया ने भेजी असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को प्रश्न पत्र की तस्वीर
इसके बाद खालिद ने अपनी बहन साबिया को भी योजना में शामिल किया और परीक्षा से पहले अपना मोबाइल उसे सौंप दिया ताकि परीक्षा कक्ष से तस्वीरें भेजी जाए और जवाब वापस हासिल किए जा सके। पेपर के आते ही साबिया ने तस्वीर सुमन को भेजी जिसका हल कर सुमन ने उत्तर भेजें। हालांकि कक्ष निरीक्षक ने बार-बार खालिद को बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी। जिससे वह मोबाइल से जवाब नहीं देख पाया और अपनी समझ के आधार पर ओएमआर शीट भर दी। लेकिन इसके बाद सोशल मीडिया पर इस प्रश्न पत्र की तस्वीर वायरल होने लगी जिसे देखकर खालिद घबरा गया और वह मोबाइल तथा बहन के साथ भागने लगा। भागते भागते उसने सिम तोड़ दिए तथा मोबाइल रिसेट किया और एक फोन ट्रेन के डस्टबिन में फेंक दिया।
स्कूल की निर्माणाधीन नई इमारत में छिपाया था खालिद ने मोबाइल ,उगले कई राज
आरोपी खालिद वर्ष 2013 में राजस्थान की निजी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर चुका है। इसके बाद उसने हापुड़ से स्नातक की डिग्री ली। खालिद हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र का रहने वाला है। खालिद ने परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज मे फोन रखने की योजना परीक्षा से पहले ही बना ली थी। जिसके लिए उसने पहले परीक्षा केंद्र में जाकर रेकिंग की और विद्यालय की निर्माणाधीन नई इमारत में मोबाइल छिपाने का तरीका निकाला। परीक्षा के दिन चेकिंग के बाद खालिद ने इस जगह से फोन निकालकर जेब में रखा और परीक्षा कक्ष में गया।
परीक्षा शुरू होते ही भेजे प्रश्न पत्र के तीन पन्ने
परीक्षा शुरू होते ही उसने प्रश्न पत्र के तीन पन्नो का फोटो खींचा और बाथरूम जाने के बहाने उसे बहन को भेज दिया। मगर खालिद की सारी कोशिशें धरी की धरी रह गई क्योंकि परीक्षा केंद्र से यह तस्वीरें सीधे सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी।
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