Rohit Pandey receptionist bhimtal: होटल में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाले 19 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत, बुझ गया घर का इकलौता चिराग..
Hotel Receptionist rohit Pandey of amritpur died due to current electric shock in bhimtal murder case nainital uttarakhand news live: उत्तराखंड के नैनीताल जिले से एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां पर करंट लगने से पेड़ से गिरकर युवक की जिंदगी चली गई। युवक की मौत के बाद से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतक के परिजनों ने होटल कारोबारी पर अपने बेटे की मौत का गंभीर आरोप लगाया है। बताते चले हादसे का शिकार हुआ युवक घर का इकलौता चिराग था जो हमेशा के लिए बुझ गया है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के अमिया अमृतपुर का निवासी 19 वर्षीय रोहित बीते तीन माह पहले भीमताल रोड स्थित एक होटल में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्यरत था। जिसे बीते सोमवार की सुबह होटल प्रबंधन की ओर से 11 हज़ार केवी की लाइन में कटिया डालने के लिए जबरन चीड़ के पेड़ पर 30 फीट ऊंचाई पर भेजा गया। तभी इस दौरान तार डालते समय शॉर्ट सर्किट हो गया और युवक करंट लगने के कारण गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। इस घटना की जानकारी होटल प्रबंधन द्वारा युवक के परिजनों को नहीं दी गई। जिसके बाद भवाली पुलिस की ओर से सुबह 4:00 बजे परिजनों को रोहित के डॉक्टर सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली। लेकिन तब तक रोहित की मौत हो चुकी थी।
25 लाख रुपये मुआवजे की माँग
बीते सोमवार की सुबह 4:30 रोहित के शव को सुशीला तिवारी अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। जहां पर रोहित की मां जानकी पांडे और पिता जीवन चंद्र पांडे के साथ अन्य ग्रामीण मौके पर घटनास्थल पहुंचे जिन्होंने होटल कारोबारी पर रोहित की हत्या का आरोप लगाया। जैसे ही होटल कारोबारी पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचा तो ग्रामीणों ने होटल कारोबारी से 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की। इतना ही नहीं बल्कि ग्रामीण और होटल कारोबारी के बीच बहस होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने कारोबारी पर धावा बोला। हालांकि मौके पर पहुंची एसएसआई रोहिताश सागर ने कारोबारी का बचाव करते हुए उसे पुलिस वाहन में बैठा दिया। ऐसे में ग्रामीण और भड़क गए और उन्होंने पुलिस से मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाकर वहां की घेराबंदी की।
बुझ गया घर का इकलौता चिराग, पिता है किसान
20 मिनट तक ग्रामीणों ने वाहन को घेरे रखा जिसके बाद काफी समझाने पर दोनों पक्षों को कोतवाली लाया गया। रोहित के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। रोहित के पिता किसान है जो खेती-बाड़ी से अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।