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Uttarakhand news: kedarnath helicopter crash 2025 tushti last msg on father's Day
Image : social media ( Kedarnath helicopter crash 2025)

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Kedarnath Helicopter Crash 2025: केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे में तुष्टि का आखिरी संदेश..

Kedarnath helicopter crash 2025: तुष्टि की आखिरी उड़ान: एक पिता का टूटा सपना, एक परिवार का बिखरता भविष्य

Kedarnath Helicopter Crash 2025: केदारनाथ से गुप्तकाशी लौटते समय बीते रविवार सुबह आर्यन हेली एविएशन का एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम और घने कोहरे की चपेट में आकर गौरी माई खर्क में पेड़ से टकरा गया। इस हृदयविदारक हादसे में पायलट सहित सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक 23 माह की मासूम बच्ची और 19 वर्षीय होनहार छात्रा तुष्टि भी शामिल थीं, जिनकी कहानी पूरे देश की आंखें नम कर रही है।

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फैशन डिजाइनिंग की छात्रा, जिसने फादर्स डे पर भेजा था आखिरी संदेश ( Kedarnath helicopter crash 2025) 

बिजनौर के नगीना निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता अतुल विक्रम सिंह की बेटी तुष्टि ने रविवार सुबह ही अपने पिता को फादर्स डे की शुभकामना दी थी। उसने लिखा था कि “दर्शन अच्छे से हो गए हैं, अब हेलिकॉप्टर में बैठने जा रहे हैं।” साथ ही, उसने नानी के साथ एक फोटो भी पिता को भेजा। कुछ ही घंटे बाद, यह पिता-बेटी की आखिरी बात बन गई।

तुष्टि के माता-पिता ने उसके उज्जवल भविष्य के सपने देखे थे। सीबीएसई 12वीं में 93.4% अंक लाने वाली तुष्टि नोएडा में फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रही थी। लेकिन इस यात्रा के लिए वह इच्छुक नहीं थी। मां दीपा सिंह की जिद पर ही वह नानी विनोदा देवी के साथ केदारनाथ गई थी — यह जिद अब जिंदगी की सबसे बड़ी पीड़ा बन गई।

आईए अब आपको पूरी घटना से रूबरू कराते हैं

वरिष्ठ वकील धर्मपाल सिंह अपनी पत्नी, नातिन तुष्टि और दो पोतों के साथ 13 जून को केदारनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए थे। दर्शन के बाद लौटने के समय हेलिकॉप्टर में दो सीटें ही उपलब्ध थीं, जिसमें उनकी पत्नी और तुष्टि को बिठा दिया गया। कुछ ही देर में खबर आई कि हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और सभी सात यात्रियों की मौत हो चुकी है। धर्मपाल सिंह के पोते ईशान और गौरांश, जो स्वयं केदारनाथ में मौजूद थे, हादसे की खबर से गहरे सदमे में चले गए। उन्हें अंतिम समय तक विश्वास नहीं हुआ कि उनकी नानी और बहन अब इस दुनिया में नहीं हैं। गौरांश ने पिता को फोन कर बहन के हेलिकॉप्टर में बैठने की पुष्टि भी की थी। शाम होते-होते यह यकीन दर्द में बदल गया।

घने कोहरे के कारण हुआ था हादसा

आपको बता दें की -गौरीमाई खर्क में घास काटने गईं नेपाली मूल की महिलाएं शर्मिला और संजू ने बताया कि उन्होंने हेलिकॉप्टर को आंखों के सामने गिरते देखा। उनके मुताबिक, जब हेलिकॉप्टर आसमान में पहुंचा तो अचानक घना कोहरा छा गया। कोहरे की वजह से दृश्यता कम हो गई और हेलिकॉप्टर ऊंचे पेड़ से टकराकर भयंकर आग की लपटों में बदल गया।

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