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नैनीताल की किरन बिष्ट की ऐपण कला छा गई सोशल मीडिया में दिल्ली अजमेर से आ रहे आर्डर
Kiran Bisht aipan Art : किरन बिष्ट ऐपण के जरिए बना रही पहचान, बचपन से था ऐपण कला का शौक, पति और परिवार वालों का मिल रहा भरपूर सहयोग, दिल्ली देहरादून हरियाणा जैसे शहरो तक पहुँचे ऐपण से बने उत्पाद...
kiran Bisht of kotabag nainital aipan art self-employment with sidcul job in rudrapur uttarakhand news today : उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोककला ऐपण आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। ऐपण वर्तमान में एक ऐसी कला के रूप में उभर रही है जो न सिर्फ लोगों को उनकी संस्कृति से रूबरू करवा रही है, बल्कि लोगो की आजीविका का साधन भी बन चुकी है। अभी तक ऐपण कला के जरिए कई सारी महिलाओं को रोजगार मिल चुका है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने ऐपण कला के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान भी बनाई है। ऐसी ही कुछ कहानी है नैनीताल जिले की किरन बिष्ट की जो ऐपण कला को अपनी संस्कृति के रूप में उजागर कर इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना रही हैं। किरण का यह प्रयास वाकई बेहद सराहनीय है।
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देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में किरन बिष्ट ( काव्या) ने बताया कि वह नैनीताल जिले के बजुनिया हल्दू कोटाबाग की रहने वाली है जो वर्तमान में उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर में रहती हैं। दरअसल किरन ने अपनी मूल शिक्षा भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय नैनीताल से पूरी करने के पश्चात गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक नैनीताल से डिप्लोमा किया और फिर बीटेक मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की। वर्तमान में किरन Dana anand india pvt. Ltd मे क्वालिटी इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं जो इंडस्ट्री में जॉब करने के साथ-साथ उत्तराखंड की लोककला ऐपण को भी आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। किरन बताती है कि उन्होंने बचपन में अपनी मां को देहली और मंदिर में ऐपण बनाते देखा और यहीं से यह कला उनके जीवन में उभर कर आई। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई और जॉब के साथ परिवार की जिम्मेदारियों के कारण इस सिलसिले को रोक दिया था। लेकिन उनके पति नीरज सिंह ने उन्हें इस कला को फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया और पिछले दो महीने से किरण प्रोफेशनल तरीके से ऐपण बना रही है।
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कम समय मे किरन को मिल रहा अच्छा रिस्पांस
ऐपण के जरिए उन्हें लोगों से कम समय में अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इतना ही नहीं बल्कि अभी हाल ही में उन्हें चार से पांच वॉल हैंगिंग के आर्डर मिले हैं। इसके साथ ही करवा चौथ के मौके पर उन्हें 5 से 6 ऑर्डर मिले है। किरन बताती हैं कि ऐपण कार्य के लिए उनके पति नीरज और परिवार वाले उन्हें काफी सहयोग करते हैं जिनके सहयोग के बिना यह कार्य संभव नहीं था। किरन के ऐपण उत्पाद दिल्ली ,देहरादून ,हरियाणा और अजमेर तक पहुंच चुके हैं। किरन को सोशल मीडिया इंस्टाग्राम फेसबुक व्हाट्सएप के जरिए ऐपण से बने उत्पादों के सबसे ज्यादा आर्डर मिलते हैं। किरन का मानना है कि ऐपण हमारी सांस्कृतिक धरोहर है जिसे संगठित प्लेटफार्म और सही बाजार मिले तो हजारों महिलाएं अपनी आजीविका को अच्छे से निखार सकती है।

किरन ऐपण के जरिए बनाती हैं ये उत्पाद(Aipan Products)
देहली, मंदिर, नेम प्लेट, दीवार घड़ी थाली, लोटा, चलनी, दीये,कलश (शादी और पूजा के लिए), वॉल हैंगिंग और होम डेकोर आइटम्स, कोस्टर, पेंटिंग्स,की-रिंग्स और छोटे-छोटे गिफ्ट आइटम्स, त्यौहारों और खास मौकों के लिए कस्टमाइज्ड ऐपण सेट।
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किरन ऐपण उत्पाद

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