Champawat teacher job fraud : समाज कल्याण में नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी शिक्षक समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज
lohaghat govt teacher balwant rautela crime fraud of 22 lakh job of samaj kalyan champawat uttarakhand latest news today: उत्तराखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर लगातार लोगो के साथ धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिसके लिए पुलिस प्रशासन भी लोगों को लगातार सतर्क कर रही है। हालांकि बावजूद इसके लोग ठगी का शिकार हो रहे है। ऐसी ही कुछ खबर चंपावत जिले से सामने आ रही है, जहां पर समाज कल्याण विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक के साथ 22 लाख रुपये की ठगी की गई है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार चंपावत जिले के तल्ली मादली की निवासी 35 वर्षीय सरोजनी देवी ने पुलिस प्रशासन को तहरीर दी है। जिसमें उन्होंने बताया कि लोहाघाट कोलीढेक के निवासी सरकारी शिक्षक बलवंत सिंह रौतेला ने वर्ष 2023 में उनके पति से संपर्क कर 25 लाख रुपये मे उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का ऑफर दिया था। इतना ही नहीं बल्कि शिक्षक इस दौरान उन्हें देहरादून ले गए जहां पर उन्होंने सरोजनी के पति को साईबाबा एनक्लेव निवासी विनय भट्ट से मिलाया। इसके बाद विनय भट्ट ने सचिवालय ले जाकर उनकी मुलाकात कविंद्र सिंह नाम के व्यक्ति से करवाई। इस दौरान कविंद्र ने खुद को सचिव बताकर उन्हे नियुक्ति पत्र दिया। इसके बाद सरोजनी के पति ने को 7 मार्च 2024 को समाज कल्याण विभाग में प्रबंधक पद पर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया।
युवक को सौंपे पांच नियुक्ति पत्र
समय बढ़ाकर एक के बाद एक यानी कुल पांच नियुक्ति पत्र युवक को दिए गए , तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। बाद मे पता चला की खुद को कवींद्र बताने वाले व्यक्ति का असल नाम मायाराम सोनी है। पीड़िता का कहना है कि उन्होंने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर व अपने बचत खाता तोड़कर 22 लाख रुपये विनय भट्ट के खाते में डाले थे। पुलिस प्रशासन ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर झूठे दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है, वहीं इस मामले मे एसआइ संदीप पिलख्वाल को जांच सौंपी गई है।
शिक्षक पर एक माह में दूसरी प्राथमिकी
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी शिक्षक बलवंत रौतेला, विनय भट्ट, मायाराम सोनी पर पहले भी तीन अक्टूबर को लोहाघाट थाने में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज हुई है। लोहाघाट डाक बंगला रोड निवासी मोहित पांडे ने नौकरी के नाम पर 31 लाख रुपये ठगने की तहरीर पुलिस को सौंपी थी। सूत्र बताते हैं कि शिक्षक ने पीड़ित को 31 लाख रुपये वापस कर दिए हैं। हालांकि मामले को समझौते की तरफ ले जाने का प्रयास अब भी जारी है।
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