उत्तराखंड की नेहा छा गई साउथ फिल्म इंडस्ट्री में PCO बूथ पर करती थी कभी काम…
Neha saxena Dehradun Uttarakhand: अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए नेहा बताती है कि उनका बचपन काफी मुश्किलों भरा रहा। एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से ताल्लुक रखने के कारण कई बार ऐसी परिस्थितियां भी उत्पन्न हुई जब उनके परिवार के पास नेहा की स्कूल फीस देने तक के लिए रूपए नहीं थे। परंतु वे पढ़ाई में अच्छी थी, इसलिए स्कूल ने उनकी फीस माफ कर दी थी। उनकी मुसीबतें यही खत्म नहीं हुई। होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए न केवल उन्होंने लोन लिया बल्कि अपनी पढ़ाई के साथ ही नौकरी करना भी शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने पीसीओ बूथ से लेकर ज्वेलरी शॉप तक सभी जगह काम किया। अपनी इन्हीं नौकरियों के दम पर उन्होंने सबसे पहले अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को संभाला, सारे लोन चुकाएं उसके बाद ही उन्होंने अपने बचपन के सपने को साकार करने के लिए साउथ फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया।
(Neha saxena biography)
वो कहती हैं कि यहीं से उनका एक और संघर्ष शुरू हुआ क्योंकि उत्तर की लड़की के लिए दक्षिण में जगह बना पाना मुश्किल था। एक तो उन्हें साउथ की भाषा भी नहीं आती थी जिस कारण वह कई बार ऑडिशन में बाहर हो गई। परंतु उन्होंने अपनी आत्मविश्वास को नहीं डोलने दिया, काफी मशक्कत के बाद उन्हें 2013 में अपनी पहली तुलु फिल्म “रिक्शा ड्राइवर” में अभिनय करने का मौका मिला, और उन्होंने इस मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने न केवल अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया बल्कि उन्हें इस फिल्म के लिए 11 अवार्ड भी मिले। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह अब तक कई कन्नड़, तमिल और तेलगू की फिल्में कर चुकी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने सैफ अली खान के साथ एक वालीवुड फिल्म भी की है। उनकी एक और वालीवुड फिल्म की शुटिंग जल्द ही शुरू होने वाली है।
(Neha saxena Sucess Story)