Nirmala Joshi almora haldwani aipan art product self-employment uttarakhand news: निर्मला पंत जोशी ऐपण के क्षेत्र कर रही कार्य, करवाचौथ सेट, चौकियाँ बनाती है निर्मला, परिवार का मिल रहा सहयोग..
Nirmala Joshi almora haldwani aipan art product self-employment uttarakhand news: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल की प्रसिद्ध लोक कला ऐपण आज विश्वभर में अपनी पहचान बना चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि ऐपण कला का क्षेत्र दिन प्रतिदिन व्यापक होता जा रहा है, जिसके विषय में अधिकांश लोग जानने लगे हैं। ऐपण कला के जरिए न सिर्फ लोगों को रोजगार मिल रहा है बल्कि विभिन्न राज्यों के लोग उत्तराखंड की संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं। ऐसी ही कुछ कहानी है नैनीताल जिले की निर्मला पंत जोशी की जो ऐपण कला के जरिए अपनी प्रतिभा को बखूबी से निखार रही है।

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देवभूमि दर्शन से खास बातचीत
देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में निर्मला पंत जोशी ने बताया कि वह मूल रूप से अल्मोड़ा जिले की रहने वाली है तथा वर्तमान में नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के लालडांट मल्ली बमोरी में रहती हैं। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अल्मोड़ा से प्राप्त की है और वही अपनी मां से ऐंपण कला की बारिकियां सीखी। धीरे – धीरे उनकी कला में निखार आने लगा। वर्तमान में वह चौकियाँ, कलश, करवाचौथ सेट तोरण पेन स्टैंड वॉल पेंटिंग घड़ी समेत अन्य कई सारे उत्पादों पर ऐपण कला को उकेर रही है।

निर्मला 3 वर्षो से ऐपण कला को लगी है सँवारने मे
निर्मला बताती है की वो इस कार्य को 3 साल से कर रही है जिन्हे इस कला मे अपने पति निर्मल चंद्र जोशी के साथ ही अन्य परिजनों का सहयोग भी मिल रहा है। वह ऐंपण कला में कितनी पारंगत हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है निर्मला के ऐपण उत्पादों की डिमांड दिल्ली, लखनऊ जैसे शहरों से होती रहती है। इसके साथ निर्मला ऐपण की ट्रेनिंग भी देती हैं अभी हाल ही में उन्होंने बाजपुर के एक निजी विद्यालय में ट्रेनिंग दी है। निर्मला का मानना है कि अगर लगन और मेहनत से काम किया जाए तो ऐपण रोजगार का एक बेहतरीन साधन बन सकता है ,जो स्वरोजगार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।

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