Sea plane in uttarakhand: ही प्लेन उतारने के लिए उपयुक्त पाए गए सभी जलाशय, राज्य सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट, केन्द्र की एसपीवी के साथ करार होने के बाद आगे बढ़ेगी योजना…
विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ता हुआ उत्तराखण्ड अब धीरे-धीरे सुविधाओं से लबरेज हो रहा है। रेल, सड़क और हवाई सेवाओं के बाद अब सरकार, यहां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए टिहरी झील समेत पांच जलाशयों में सी प्लेन उतारने की तैयारी कर रही है। सबसे खास बात तो यह है कि इसके लिए इन स्थानों का अध्ययन भी कर लिया गया है। बताया गया है कि सी प्लेन उतारने के लिए इन जलाशयों में वाटर एयरोड्रम का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (यूकाडा) को केंद्र सरकार द्वारा सागरमाला परियोजना के अंतर्गत बनाई गई एसपीवी (विशेष साधन योजना) के साथ करार करना है। बता दें कि केन्द्र की यह एसपीवी, सी प्लेन संचालन में प्रदेश सरकार का तकनीकी सहयोग करने के साथ ही इन स्थानों के ढांचागत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उत्तराखण्ड सरकार ने राज्य की टिहरी झील, हरिपुरा जलाशय (उधमसिंह नगर), ऋषिकेश बैराज, नानकमत्ता बैराज और कालागढ़ झील में सी प्लेन संचालन का प्रस्ताव बीते वर्ष केंद्र सरकार को भेजा था। केन्द्र द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद विभिन्न टीमों द्वारा इन सभी स्थानों का अध्ययन किया गया, जिसमें उपयुक्त पाए जाने पर राज्य सरकार ने इसकी रिपोर्ट पुनः केंद्र सरकार को भेज दी है। केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद राज्य सरकार सी प्लेन के संचालन के लिए एसपीवी से करार करेगी। जिसके बाद वाटर एयरोड्रम का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। बताते चलें कि सी प्लेन एक विशेष प्रकार का हवाई जहाज है, जिसे उड़ान भरने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ती है। यह प्लेन पानी से टेक आफ और लैंडिंग कर सकता है।
(Sea plane in uttarakhand)
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