Priyanka Bisht tea self employment: टिहरी की प्रियंका ने करीब तीन साल बाद तैयार किए चाय के 105 फॉर्मूले, बाजार में लांच की हर्बल टी , जापान में मिला पहले आर्डर….
Priyanka Bisht tea self employment: उत्तराखंड से लेकर देश विदेशों तक चाय एक बहुत ही लोकप्रिय पेय माना जाता है जिसका सेवन लोग बड़ी दिलचस्पी के साथ करते हैं। दरअसल चाय के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे ग्रीन टी ,ब्लैक टी, हर्बल टी जिन्हें अत्यधिक लोग पसंद करते हैं। उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और ठंडे मौसम के बीच चाय का मजा लेना अनोखा अनुभव प्रदान है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक चाय की खेती की जाती है जिनकी डिमांड अक्सर विदेशों तक की जाती है। इसी बीच टिहरी जिले की रहने वाली प्रियंका ने हर्बल उत्पादों को चाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का फैसला लेते हुए करीब 105 तरह की चाय फॉर्मूलों को तैयार कर बाजार में लॉन्च किया है। जिसका पहला ऑर्डर उन्हें जापान से मिला है।
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Priyanka Bisht tehri garhwal बता दें मूल रूप से टिहरी जिले के थोलदार ब्लॉक की रहने वाली 37 वर्षीय प्रियंका बिष्ट ने कोरोना काल के दौरान अपने पति हिम्मत बिष्ट के साथ कुछ काम धंधों को लेकर हर्बल उत्पादों पर विचार किए क्योंकि यह वो समय था जब लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद के उत्पादों का सेवन कर रहे थे। इसी दौरान बॉटनी से एमएससी की पढ़ाई कर चुकी प्रियंका ने हर्बल उत्पादों को चाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का फैसला लिया और इस पर रिसर्च का काम शुरू किया। उन्होंने रिसर्च के साथ करीब 105 तरह के चाय फार्मूले तैयार किए जिन में से अभी उन्होंने 18 तरह की चाय बाजार में लॉन्च की है जिन्हें वे सेहत वाली चाय का नाम देती है।
Uttarakhand herbal Tea
दरअसल प्रियंका ने वेदावी हर्बल टी के नाम से अपने उत्पाद को बाजार में उतारा है हालांकि प्रियंका अभी शुरुआत कर रही है और उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से अपने उत्पादों को अधिक लोगों तक पहुंचनाने की व्यवस्था की है। जिस पर देहरादून समेत देश के अलग-अलग शहरों से अच्छा खासा रिस्पांस मिल रहा है वहीं लोग इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं। इतना ही नहीं प्रियंका के पति हिम्मत बिष्ट को वेदावी हर्बल टी के लिए जापान से पहला आर्डर भी मिल चुका है लेकिन विदेश तक उत्पादन को पहुंचाने के लिए फिलहाल उनकी तरफ से औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है ताकि यह उत्पादन देश से निकलकर विदेश तक पहुंच सके। प्रियंका के नए स्टार्टअप से कई लोगों को रोजगार भी मिल रहा है महिला सेल्फ हेल्थ ग्रुप से लोकल उत्पाद को खरीद कर वे उन्हें मजबूती दे रहे हैं इतना ही नहीं उनके स्टार्टअप में भी कुछ लोग जुड़कर अपनी रोजी-रोटी को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रियंका ने करीब 3 साल की रिसर्च के बाद यह काम शुरू किया है इसलिए अभी कुछ ही लोग उनसे जुड़ पाए हैं लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हर्बल टी के इस बाजार को वो काफी ऊंचाई पर ले जाएंगी।
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जानें किस चीज का होता है चाय बनाने मे इस्तेमाल:-
Priyanka Bisht tea seller उत्तराखंड के कई उत्पादों का चाय के लिए इस्तेमाल किया जाता है इसमें बिच्छू घास, बुरांश पुष्प, कैमोमाइल गुलाब, रोस्पेटल्स, अश्वगंधा, तुलसी और पुदीना समेत करीब 60 से 70 तरह की जड़ी बूटियां इस्तेमाल में लाई जाती हैं। इसके अलावा कश्मीर, हिमाचल और कोलकाता से लेकर नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों से भी जड़ी बूटियों के बेहतर उत्पादों को लाया जाता है। प्रियंका की हर्बल टी का मकसद लोगों को सेहत वाली चाय पहुंचाना है। बात देवभूमि हर्बल टी की हो या कैमोमाइल टी, हॉट टी, ब्लू टी, लैवंडर टी, ब्लैक, ग्रीन, वाइट टी, हिबिस्कस और आइस टी की हर चाय अपने आप में खास है। ये चाय मोटापा, दिल के मरीज, डायबिटीज, पाचन, वात-पित्त-कफ का संतुलन, त्वचा, हेयर हेल्थ समेत कई रोगों को देखते हुए औषधीय उत्पादों के मिश्रण से बनाई जाती है।
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