sahastradhara maldevta cloudburst dehradun: देहरादून में बरसी आफत, 24 की मौत , 13 अभी भी लापता, मार्ग पुल को पहुँचा नुकसान, जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त..
sahastradhara cloudburst heavy rain 20 died maldevta dehradun cloud burst uttarakhand news today:उत्तराखंड में मानसून अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है लेकिन मानसून की भारी बारिश ने अपना कहर बरपाना अभी तक छोड़ नहीं है। ऐसी ही कुछ खबर राजधानी देहरादून से सामने आ रही है जहां पर बादल फटने के कारण सहस्त्रधारा को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही मालदेवता क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित बताया जा रहा है। बारिश के कारण नदी नाले गधेरे सभी उफान पर है जिससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इतना ही नहीं बल्कि कई मार्ग तक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
इस आफत की बारिश मे अभी तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में 6 को प्रेमनगर अस्पताल में परवल क्षेत्र से लाया है जबकि सहस्त्रधारा से बहकर आए तीन मृत कोरोनेशन अस्पताल में रखे गए हैं। वही एक की मौत नया गांव में हुई है। बुधवार को रायपुर क्षेत्रांतर्गत सौड़ा सरोली व गुलरघाटी में सोंग नदी में दो व्यक्तियों के शव बरामद हुए हैं, जो नदी में बहकर आए हैं।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून में बीते सोमवार की रात सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से कई दुकानों को नुकसान पहुंचा है। जबकि देहरादून हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ क्षेत्र में सीमा डेंटल कॉलेज के पास पुल का हिस्सा तक क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे यातायात पूरी तरह से ठप पड़ गया है। आसन नदी में ट्रैक्टर ट्राली के बहने से कई लोग लापता हो गए हैं जिनमें से 6 के शव बरामद हुए हैं। वहीं कालसी चकराता मोटर मार्ग पर जज रेट पहाड़ी से पत्थर गिरने से स्कूटी सवार पंजाब के युवक की जिंदगी चली गई है। जबकि मसूरी के झड़ी पानी से राजपुर को जाने वाले पुराने पैदल मार्ग पर भूस्खलन के कारण दो लोगों के दबने की सूचना है जिसमें एक ही मौके पर ही जिंदगी चली गई। मलवा भरने के कारण देवभूमि कॉलेज में छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
देहरादून में कहीं टूटी सड़क कहीं टूटे पुल चारों ओर तबाही का मंजर
देहरादून से हरिद्वार जाने वाले वाहनों को भनियावाला एवं नेपाली फार्म से डायवर्ट किया जा रहा है। इसके अलावा सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण मालदेवता में 100 मीटर सड़क बह गई है। जबकि नदियों के उफान पर होने के कारण रायपुर चौक से मालदेवता की ओर जाने वाली सड़क केसरवाला का 70 मीटर हिस्सा वाश आउट हो गया है। इतना ही नहीं बल्कि सोंग नदी ने अपना रास्ता बदलकर विकराल रूप धारण कर लिया है। मालदेवता से आगे जाने वाला रास्ता पूरी सकलाना सरोना पत्ती को जोड़ता है जिसमें देहरादून और टिहरी जिले के कई गांव मौजूद है इस मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न ग्राम पंचायतों का संपर्क तक टूट गया है।
मलबे की चपेट में आया टपकेश्वर महादेव मंदिर
नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में 1 से 2 फीट मलवा जमा हो गया है। इतना ही नहीं बल्कि मंदिर क्षेत्र को भी भारी हानि पहुंची है। इसके अलावा आईटी पार्क देहरादून की सड़को पर वाहन खिलौने की तरह तैरते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं दो लोगो की लापता होने की सूचना पर उनकी तलाश जारी है। देहरादून पांवटा राजमार्ग पर नंदा की चौकी में स्थित पुल को जोड़ने वाली सड़क के बहने से यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो चुका है।