Nainital ramleela sukhatal : नैनीताल में मुस्लिम कलाकार रामलीला में निभा रहे अहम किरदार, अनवर ने केवट बनकर श्री राम की नौका करवाई पार…
sukhatal Nainital Ramlila is amazing Muslim youth Anwar play role of kewat nasir vashishth uttarakhand news live:उत्तराखंड समेत देश भर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामलीला का भव्य मंचन किया जा रहा है, जिसके चलते देशभर के प्रत्येक कोनों से रामलीला की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इसी बीच नैनीताल जिले में कई सालों से रामलीला में मुस्लिम समाज के लोग अपना योगदान दे रहे हैं जिनमें से एक अनवर भी है। दरअसल अनवर कई वर्षों से केवट बनकर श्री राम की नैया पार लगा रहे हैं। जबकि नासिर 20 सालों से गुरु वशिष्ठ बनकर श्री राम और लखन को सशस्त्र विद्या का ज्ञान देते हैं। वहीं जावेद ताड़का वध और नारद मोह का मंचन कर रहे हैं।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले में होने वाली रामलीला में मुस्लिम समाज के लोग कई सालों से अपना योगदान दे रहे है। दरअसल रामलीला मे ना सिर्फ हिंदू धर्म के लोग अपनी भूमिका निभा रहे हैं बल्कि मुस्लिम लोग भी इसमें हिस्सा ले रहे है। शास्त्रों की माने तो राम राज्य में जात-पात का कोई भेदभाव नहीं था इसलिए नैनीताल में ऐसी ही कुछ अद्भुत रामलीला देखने को मिल रही है जिसमे हर वर्ग के लोग कई सालों से अपना योगदान दे रहे हैं।नैनीताल में कई मुस्लिम समुदाय के लोग राजगुरु पुरोहित ,मारीच , केवट से लेकर कई दूसरे किरदारों को लेकर मंच पर उतरते रहे हैं। बताते चलें सूखाताल की रामलीला मे नासिर अली बीते 20 सालों से मारीच, गुरु वशिष्ठ के पात्रों का अभिनय करते हैं। नासिर ने बताया कि रामलीला में जाति धर्म का कोई स्थान नहीं है इसलिए मैं कई वर्षों से रामलीला मंचन में शिरकत कर रहा हूं। रामलीला में पात्रों का मंचन कर मुझे बेहद सुकून महसूस होता है।
अनवर रजा निभा रहे केवट की भूमिका
जबकि अनवर रजा और जावेद राम काम में अपना पूरा सहयोग कर रहे हैं। अनवर रजा हर साल केवट और मुनि का अभिनय करते हैं। अनवर बताते हैं कि उन्हें रामलीला से बचपन से ही लगाव रहा है। शुरू में वह सिर्फ रामलीला देखने के लिए जाते थे, मगर धीरे-धीरे वह मंच का हिस्सा बन गए । उनका पहला किरदार एक बंदर का था इसके बाद उन्होंने रावण की सेना में भूमिका निभाई और फिर शिव, इंद्र ,अहिरावण और बंदीजन जैसे अहम पात्र निभाए। लेकिन अब वह केवट के अभिनय के साथ ही श्रवण कुमार के पिता शांतनु और अहिरावण के रूप में नजर आ रहे हैं। जबकि जावेद के अभिनय के बिना ताड़का और नारद मोह का मंचन लोगों को अधूरा सा लगता है।
नैनीताल की रामलीला को 129 वर्ष हुए पूर्ण
वहीं तल्लीताल मे पिछले 40 सालों से मुस्लिम समुदाय के सईब अहमद रामलीला में राम सीता रावण और अन्य सभी पात्रों का मेकअप करते आ रहे हैं। जबकि उनके परिवार के कई लोग भी रामलीला में अभिनय और मेकअप करते हैं। सईब की माने तो इस तरह के त्यौहार धर्म और समुदाय को जोड़ते हैं हर साल खुद रामलीला कमेटी उन्हें प्रेम से आमंत्रित करती है जिन्हे उनके काम से बेहद आनंद की अनुभूति होती है। आपको जानकारी देते चले नैनीताल की रामलीला को 129 साल पूरे हो चुके हैं जबकि 129 साल पहले नैनीताल के तल्लीताल में पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने रामलीला की शुरुआत की थी।