Nabi village Pithoragarh: चीन की सीमा से सटे पिथौरागढ़ के नाबी गांव में पहली बार बजा फोन, खुशी से उछल पड़े ग्रामीण..
Nabi village Pithoragarh: गौरतलब हो कि उत्तराखंड के कुछ दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में आज भी संचार सुविधाओं का अभाव है जिसके चलते ग्रामीणों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं बल्कि इन इलाकों में संचार के अभाव के कारण आपातकालीन सेवाओं शिक्षा और आर्थिक विकास पर भी प्रभाव पड़ता है जो एक गंभीर समस्या है इसको लेकर सरकार और विभिन्न एजेंसियां इस दिशा में सुधार के लिए काम कर रही हैं लेकिन अभी भी काफी काम किया जाना बाकी है। इसी बीच पिथौरागढ के दूरस्थ गांव माइग्रेशन मे पहली बार फोन की घंटी बजी है जिसके कारण सभी ग्रामीण खुशी से उछल पड़े।
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Nabi village Pithoragarh phone Service बता दें सीमांत जिले पिथौरागढ़ के दूरस्थ गांव माइग्रेशन के नाबी (10,500 फुट) में पहली बार फोन की घंटी बजी है जिसके चलते ग्रामीण खुशी से उछल पड़े और उन्होंने निचली घाटी में रह रहे अपने परिजनों से बात कर उनका हाल-चाल जाना। दरअसल पिछले सप्ताह ही निजी कंपनी जिओ ने नाबी में संचार सुविधा उपलब्ध कराई थी जिसके चलते अब ग्रामीणों के साथ आदि कैलाश यात्री और सीमा सुरक्षा में लगे सभी कर्मियों को भी लाभ मिल सकेगा। इतना ही नहीं बल्कि संचार सुविधा होने पर आपदाकाल व आपातकाल समय में प्रशासन को आसानी से सूचना पहुंचाई जा सकेगी।
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