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Alaknanda river Chamoli news today
सांकेतिक फोटो Alaknanda river Chamoli news

उत्तराखण्ड

Chamoli News: नदी में डूब पिता को बचाने के लिए बेटे ने लगाई छलांग, पिता सुरक्षित बेटा लापता

Alaknanda river Chamoli news : मलेशिया से पित्रो का पिंडदान करने बद्रीनाथ आए पिता को नदी में डूबता देख बेटे ने बचाने के लिए लगाई छलांग, पिता को बचाया गया, बेटा उफनती नदी मे लापता….

Alaknanda river Chamoli news : उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर देवी देवता वास करते हैं अक्सर देवभूमि में देश विदेश से लोग पितृपक्ष के दौरान अपने पित्रो का पिंडदान करने के लिए चमोली जिले मे स्थित बद्रीनाथ धाम पहुंचते हैं। इसी बीच मलेशिया से आया एक परिवार बद्रीनाथ धाम में अपने पित्रो का पिंडदान करने के लिए पहुंचा था लेकिन पिंडदान करने के दौरान मलेशिया से आया व्यक्ति अलकनंदा नदी में बहने लगा जिसे बचाने के लिए उसके बेटे ने नदी में कूद लगाई। जिसके चलते पिता को बचा लिया गया मगर बेटा पानी के तेज बहाव में बह गया जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
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chamoli News Today अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मलेशिया निवासी 60 वर्षीय सुरेश चंद्र अपने 40 वर्षीय बेटे डॉक्टर बलराज सेठी के साथ पित्रो का पिंडदान करने के लिए चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम आए थे। तभी इस दौरान बीते मंगलवार की सुबह 8:30 बजे सुरेश चंद्र अलकनंदा में ब्रह्मा कपाल के निकट गांधी घाट पर अपने पित्रो का पिंडदान करते समय नदी के बहाव की चपेट मे आकर बहने लगे जिसे देखकर उनका बेटा बलराज अपने पिता को बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा। इस दौरान लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही पुलिस एसडीआरएफ की टीम के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हुई। इस दौरान 250 मीटर की दूरी पर जाकर सुरेश को रेस्क्यू कर बचा लिया गया लेकिन उफनती नदी में बहे उनके बेटे बलराज सेठी का कुछ पता नहीं चल सका। एसडीआरएफ की टीम लगातार बलराज की तलाश में जुटी हुई है मगर उनका अभी तक कुछ सुराग नहीं लग पाया है। वहीं रेस्क्यू किए गए सुरेश चंद्र को उपचार के लिए विवेकानंद अस्पताल पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि सुरेश चंद्र मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं जो अपने बेटे बलराज सेठी समेत परिवार के चार अन्य सदस्यों के साथ 14 सितंबर को भारत आए थे जहां पर मंगलवार को वे बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे।

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