उत्तराखंड में बर्फबारी की 10 खाश जगहें जो हैं टूरिस्ट की पहली पसंद
Uttarakhand Snowfall places उत्तराखंड की बेहद खास जगह जो बर्फबारी के दौरान कराती है लोगों को प्रकृति के साथ स्वर्ग जैसा एहसास, बन रही टूरिस्ट की पहली पसंद….
Uttarakhand Snowfall places : उत्तराखंड को प्राकृतिक सौंदर्यता और अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है जो पर्यटकों को अपनी ओर बेहद आकर्षित करता है। इतना ही नहीं बल्कि उत्तराखंड में औली ,मसूरी चकराता समेत कई सारे ऐसे स्थान मौजूद हैं जहां पर सर्दियों के दौरान अक्सर दिसंबर माह में बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है जो स्थानीय लोगों समेत विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करने का कार्य करता है जिसके चलते यहां पर लाखों लोग भारी मात्रा में बर्फबारी के साथ ही कड़ाके की ठंड का अनुभव करने के लिए पहुंचते हैं। बर्फबारी के दौरान उत्तराखंड की खूबसूरती पर चार चांद लग जाते हैं और चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर देखने को मिलती है।
उत्तराखंड में बर्फबारी की ये जगह है खास(Uttarakhand best snowfall places)
1.औली(Auli Snowfall)- बर्फबारी के अद्भुत नजारों की अगर बात की जाए तो इसमें सबसे पहला नाम आता है औली का जो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है जहां पर हर वर्ष दिसंबर माह के दौरान अद्भुत बर्फबारी का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। दरअसल औली समुद्र तल से 2,500 मीटर ( 8,288 फुट) से 3050 मीटर से 10,010 फुट की ऊंचाई पर स्थित है जिसे बुग्याल के तौर पर भी जाना जाता है। बताते चले औली मे दिसंबर से फरवरी के बीच बर्फबारी देखने के लिए स्थानीय लोगों समेत कई सारे विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं जो यहां पर इस स्किंइग और स्नोबोर्डिंग करते हुए भी नजर आते हैं। इतना ही नहीं बल्कि औली को भारत का स्कीइंग पैराडाइज भी कहा जाता है। बर्फबारी के दौरान औली से एशिया की सबसे लंबी रोपवे से अद्भुत दृश्य का आनंद भी ले सकते हैं। पर्यटक यहां पर बर्फबारी के दौरान नंदा देवी कामेट और त्रिशूल पर्वत के बर्फ से ढके हुए पहाड़ों को निहारने के लिए भी पहुंचते हैं जो प्रकृति का अद्भुत अनुभव करवाते हैं।
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2. धनौल्टी(Dhanaulti Snowfall )- धनोल्टी उत्तराखंड के टिहरी जनपद मे स्थित है जो समुद्र तल से 2250 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है। धनोल्टी को टूरिस्ट प्लेस के लिए जाना जाता है जहाँ पर अक्सर सर्दियों के दौरान बर्फबारी का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है इतना ही नहीं बल्कि बर्फबारी के दौरान यहां पर टूरिस्टो की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। जो भी सैलानी यहां पर एक बार पहुंच जाता है उसे यह स्थान बेहद मंत्र मुग्ध कर देता है जिसके चलते सर्दियों में सैलानी देश के कोने-कोने से धनोल्टी में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए आते रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि यहां की प्राकृतिक खूबसूरती भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है। धनोल्टी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां पर आने का उचित समय वैसे तो अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक माना जाता है लेकिन सर्दियों में यहां पर सैलानी खास तौर पर बर्फबारी देखने के लिए ही पहुंचते हैं जो आसमान से गिरती हुई बर्फबारी को बेहद करीब से निहारते हैं। इसके अलावा टूरिस्ट यहां पर इको पार्क में घूम सकते हैं।
3. चोपता(Chopta Snowfall): उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चोपता को मिनी स्विट्ज़रलैंड के नाम से जाना जाता है जहां पर अक्सर विदेशों से पर्यटक गर्मियों व सर्दियों दोनों मौसम में भारी संख्या में पहुंचा करते हैं। चोपता में दिसंबर माह से जनवरी माह के दौरान जमकर बर्फबारी देखने को मिलती है जिसका लुफ्त उठाने के लिए पर्यटक भारी संख्या में पहुंचा करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि चोपता के हरे-भरे पेड़ों पर भी सफेद बर्फ की चादर बिछ जाती है। बता दे खासकर 31 दिसंबर के दौरान यहां पर भारी संख्या में पर्यटक साल का अंतिम दिन अच्छे से मनाने के लिए पहुंचते हैं। यहां पर बर्फ कई फीट ऊंची पड़ती है जिसका दृश्य वाकई में बेहद खूबसूरत दिखाई पड़ता है।
4. मसूरी (Mussoorie Snowfall) :मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है जो देहरादून जिले में स्थित है यहां पर भी पर्यटक बर्फबारी के दौरान भारी संख्या में पहुंचा करते हैं। दरअसल मसूरी चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है जहाँ पर बर्फबारी के दौरान पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ जाती है। इतना ही नहीं बल्कि मसूरी के आसपास के क्षेत्र लाल टिब्बा अटल गार्डन जैसे कई क्षेत्रों में हिमपात लोगों को बेहद आकर्षित करता है। हिमपात के दौरान यहां पर ठंडी हवाएं चलने लगती है जो सर्दी की ठीठुरन को और अधिक बढ़ा देती है। वर्ष 2024 यानी की इस वर्ष के अंतिम माह के पहले सप्ताह में मसूरी के कई सारे स्थानों में बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिला जिसके चलते उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में जमकर बर्फबारी होगी जिससे पर्यटक अधिक संख्या में मसूरी पहुंचेंगे।
5. मुनस्यारी (Munsiyari Snowfall): मुनस्यारी पिथौरागढ़ जिले का खूबसूरत पर्वतीय स्थल है जो चारों ओर से पर्वतों से घिरा हुआ है मुनस्यारी के सामने विशाल हिमालय पर्वत श्रृंखला का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इतना ही नहीं बल्कि हिमालय पर्वत श्रृंखला की विश्व प्रसिद्ध पंचाचुली पर्वत हिमालय की पांच चोटियां जिसे किवदंतियों के अनुसार स्वर्गआरोहण का प्रतीक माना जाता है यह स्थान भी मौजूद है। पिथौरागढ़ के इस विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पर पर्यटक देश-विदेश से प्राकृतिक सौंदर्यता का लुफ्त उठाने के लिए पहुंचा करते हैं। यहां पर बर्फबारी का अद्भुत नजारा हर वर्ष देखने को मिलता है।
6. कौसानी(Kausani Snowfall): बागेश्वर जिले के 1890 मीटर की ऊंचाई पर बसे कौसानी क्षेत्र को खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है जहां पर हिमालय की कई सारी चोटियां 300 किलोमीटर लंबे मनोरम दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं बल्कि इस स्थान पर महात्मा गांधी भी अपनी यात्रा करने के लिए पहुंचे थे इस दौरान उन्होंने कौसानी को भारत का स्विट्जरलैंड कहा था। कौसानी मे होने वाली बर्फबारी इस हिल स्टेशन पर आने वाले पर्यटकों के लिए एक मुख्य वजह बनती है जहां पर पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्यता के नजारों के साथ ही बर्फबारी का भरपूर आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। बताते चलें महात्मा गांधी की यात्रा के बाद इस स्थान को अत्यधिक पहचान मिली।
7. मुक्तेश्वर (Mukteshwar Snowfall):उत्तराखंड में वैसे तो कई सारे स्थान मौजूद हैं जहां पर अक्सर सर्दियों के दौरान बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है लेकिन कुमाऊँ मंडल के नैनीताल जिले में स्थित मुक्तेश्वर से बेहतरीन जगह और कोई नहीं हो सकती है। दरअसल मुक्तेश्वर प्राकृतिक सुंदरता वाला हिमालय पर्वतीय श्रृंखलाओं के बीच बसा हुआ स्थान है जहां पर दुनिया भर के पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। मुक्तेश्वर एक ऐसा स्थान माना जाता है जो पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों की आंखों को लुभाने वाली प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। मुक्तेश्वर में पहाड़ियों की बर्फीली चोटियां चढ़ना लोगों को थका सकता है लेकिन चोटी से नजारा बेहद खूबसूरत होता है खासकर बर्फीले मौसम में जब चारों ओर बर्फ बिछी होती है। मुक्तेश्वर के अद्भुत मनोरम दृश्य आप सभी लोगों को जीवन के तनाव से मुक्त कर सकते हैं।
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8. चकराता (Chakrata Snowfall): देहरादून जिले में स्थित चकराता खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में प्रसिद्ध है जहां पर अक्सर बर्फबारी के दौरान जन्नत जैसा नजारा देखने को मिलता है। दरअसल बर्फबारी के समय चकराता बर्फ की सफ़ेद चादर से ढक जाता है जिससे यहां का हर कोना बेहद आकर्षक और शांतिपूर्ण लगता है इस दौरान पर्यटक बर्फबारी का लुफ्त उठाने के लिए चकराता पहुंच सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि यहां पर हरी भरी पहाड़ियों और बर्फ से ढकी पहाड़ियों का आनंद भी ले सकते हैं। इसके अलावा बर्फ से ढके पेड़ों की सुंदरता अद्भुत लगती है इतना ही नहीं बल्कि जमी हुई बहती जलधारा सर्दियों में बहुत खूबसूरत दृश्य पेश करती है। बर्फबारी के दौरान यहां पर ठंड अत्यधिक बढ़ जाती है।
9. बिनसर(Binsar Snowfall): कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा जिले में स्थित बिनसर क्षेत्र बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है जो काफी छोटा क्षेत्र है लेकिन यहां की खूबसूरती अन्य कई बड़े क्षेत्रों को अद्भुत दृश्य के मामले में फेल कर देती है। दरअसल बिनसर क्षेत्र समुद्र तल से 2420 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है। यहां पर बर्फबारी के दौरान हिमालय चोटियों का दृश्य अद्भुत दिखाई देता है । बर्फबारी की दृष्टि से एक उचित स्थान माना जाता है जहां पर लोग शांत और सुरम्य वातावरण का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं।
10. खिर्सु(Khirsu Snowfall ): पौड़ी जिले में स्थित खिर्सु को पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है जहां पर हरे भरे पहाड़ देखने के साथ ही कई सारे चीड़ के पेड़ों का नजारा देखने को मिलता है। खिर्सु समुद्र तल से 1700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां पर हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियां शानदार दृश्य के लिए जानी जाती है। खिर्सु को प्रकृति का छुपा हुआ गहना भी माना जाता है जहाँ पर बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है हालांकि यहां पर बर्फ काफी लंबे समय तक टिकी नहीं रहती लेकिन ठंड काफी अधिक बढ़ जाती है। खिर्सु मे लोग अक्सर अपने परिवार के साथ बर्फबारी का आनंद लेने के लिए व थकान भरी जिंदगी से कुछ पल की राहत की सांस लेने के लिए पहुंचते हैं।
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Rachna Bhatt
रचना भट्ट एक अनुभवी मिडिया पेशेवर और लेखिका हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने पत्रकारिता में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और समाज, संस्कृति समसामयिक मुद्दों पर अपने विश्लेषणात्मक लेखन के लिए जानी जाती हैं।
