Uttarakhand cold Weather La Nina: इस वर्ष कड़ाके की ठंड सहने के लिए हो जाए तैयार, भारत में दिखेगा ला नीना का असर…
Uttarakhand weather will heavy cold this year 2025 La Nina effect patarn will reached october month latest news today: उत्तराखंड समेत देशभर में इस वर्ष कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है। जिसके लिए मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए बताया कि देशभर में ला नीना का असर दिखाई देने वाला है। इतना ही नहीं बल्कि ला नीना की स्थिति प्रशांत महासागर मे बनती हुई दिखाई दे रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि प्रशांत महासागर में इस समय तटस्थ परिस्थितियां बनी हुई है। इसके साथ ही नीना की संभावना भी बढ़ रही है।
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मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हमारे मॉडल में इस वर्ष अक्टूबर और दिसंबर के दौरान ला नीना अच्छी तरह से विकसित होने की संभावना दर्शा रहा है जो आमतौर पर भारत में कड़ाके की ठंड से जुड़ा रहता है। उनका कहना है कि जलवायु परिवर्तन कुछ हद तक इसकी गंभीरता को कम कर सकता है लेकिन निजी मौसम के पूर्वानुमानकर्ता स्काईमेट वेदर ने प्रशांत महासागर में ठंड के संकेत देखे हैं।
अभी सीमा तक नही पहुँचा ला नीना
इतना ही नहीं बल्कि स्काईमेट के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि महासागर पहले से ही सामान्य से ठंडा है हालांकि अभी नीना सीमा तक नहीं पहुंचा है। जिसके तहत एक अल्पकालिक ला नीना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताते चले प्रशांत महासागर का ठंडा पानी अक्सर उत्तरी और हिमालयी क्षेत्र में कडाके की ठंड व बर्फबारी का ज्यादा कारण बनती है। ब्राजील के राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने वर्ष 2024 में एक अध्ययन किया था जिसमें पाया गया कि ला नीना की स्थिति उत्तर भारत मे शीतलहरों को शुरू करने में अहम भूमिका निभाती है।
जानें क्या है ला नीना
ला नीना प्रशांत महासागर में होने वाले एक मौसम पैटर्न को कहा जाता है जिसमें भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में समुद्र की सतह का तापमान औसत से अधिक ठंडा हो जाता है। जबकि ला नीना के कमजोर पड़ने के कारण भीषण गर्मी पड़ती है। यानी ला नीना के कमजोर और मजबूत होने की स्थिति में इसका सीधा असर ठंड और गर्मी पर पड़ता है। अमेरिकी राष्ट्रीय मौसम सेवा के जलवायु पूर्वानुमान केंद्र ने 11 सितंबर को कहा कि अक्टूबर और दिसंबर 2025 के बीच नीना विकसित होने की 71% संभावना है ,जबकि दिसंबर फरवरी 2026 के लिए यह संभावना घटकर 54% रह जाती है लेकिन ला नीना वॉच लागू रहती है।
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