चीनी सेना से झड़प (Galwan Valley Conflict) के दौरान घायल हुआ था शहीद (Martyred) जवान इसी महीने 31 अगस्त को होने वाले थे रिटायर्ड..
गलवान घाटी में चीनी सेना से झड़प (Galwan Valley Conflict)के दौरान घायल हुए सेना के जवान की शहादत (Martyred) की खबर चंडीगढ़ से आ रही है। बताया गया है कि शहीद जवान राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले थे। उनका पार्थिव शरीर देर रात शहीद के भाई के घर हल्द्वानी पहुंच गया है। जवान के पार्थिव शरीर को देखकर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं और पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर है। उनके परिजनों का कहना है कि शहीद जवान इस महीने 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने वाले थे लेकिन उससे पहले ही उनकी शहादत की खबर आ गई। शहीद जवान अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों के साथ हंसता खेलता परिवार छोड़कर चले गए।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड के जवान राजेंद्र नेगी का शव बार्डर के पास से बरामद, सेना ने परिजनों को किया सूचित
पिथौरागढ़ जिले की बंगापानी तहसील के रहने वाले थे शहीद विशन सिंह:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में बंगापानी निवासी बिशन सिंह भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग एलएसी से लगे गलवान घाटी में थी। बताया गया है कि बीते 15-16 जून की रात को चीनी सेना से हुई झड़प के दौरान हवलदार विशन सिंह भी घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए लेह के सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका सात-आठ दिन इलाज भी चला था। जिसके बाद वे दोबारा ड्यूटी पर चले गए थे। परन्तु दोबारा गलवान घाटी पहुंचने के बाद उनकी हालत फिर बिगड़ गई। जिस पर सेना के अधिकारियों ने उन्हें इलाज के लिए चंडीगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान वे जिंदगी की जंग हार गए।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड के लाल का मणिपुर में ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन,पहाड़ में शोक की लहर