Uttarakhand mountaineer Savita kanswal: उत्तरकाशी में मंगलवार को हुए एवं लांच की चपेट में आने से पर्वतारोही सविता कंसवाल की मौत
गौरतलब है कि मंगलवार को उत्तरकाशी जनपद में एवलांच की चपेट में आने से जहां चार पर्वतारोहियो की मौत हो गई है वही 26 अन्य लोग लापता हैं। बता दे कि दल में 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही तथा सात प्रशिक्षक एंव एक नर्सिंग स्टाफ भी शामिल था। बताते चले कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस कोर्स के दौरान द्रौपदी का डांडा में प्रशिक्षकों समेत 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही एवलांच की चपेट में आ गए। जिनमे से कुछ लोग एवलांच में दबे हुए हैं और कुछ लोग ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरारों में फंसे हुए हैं। चार लोगो के शव को बरामद कर लिया गया हैं। वही इसके साथ ही चार घायलों को भी निकाला जा चुका है। 42 सदस्यीय दल के 26 लोग अभी भी लापता हैं। (Uttarakhand mountaineer Savita kanswal)
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लाक स्थित ग्राम लौंथरू गांव निवासी युवा पर्वतारोही सविता कंसवाल की भी जान ले ली।बता दे कि सविता ने इसी वर्ष माउंट एवरेस्ट आरोहण के बाद 15 दिन के भीतर माउंट मकालू चोटी का भी सफल आरोहण किया था। बताते चले कि सविता ने 12 मई 2022 को माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया और 28 मई को माउंट मकालू 8463 मीटर का सफल आरोहण किया। सविता ने इतने कम समय में दोनों पर्वतों का आरोहण करके नया नेशनल रिकार्ड अपने नाम किया था। वही वर्ष 2021 में एवरेस्ट मैसिफ अभियान के अंतर्गत सविता कंसवाल ने विश्व की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से 8516 मीटर का सफल आरोहण भी किया। माउंट ल्होत्से पर तिरंगा लहराने वाली सविता कंसवाल भारत की दूसरी महिला पर्वतारोही बनी। सविता कंसवाल की मौत के बाद से परिवार के साथ ही राज्य मे भी शोक की लहर है।सविता कंसवाल उत्तराखंड का उभरता हुआ सितारा थी, जो अब हम सबके बीच नही रही।
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