कारगिल (Kargil) में तैनात उत्तराखंड के लाल लेफ्टिनेंट भगवत सिंह टंगड़ियां का आकस्मिक निधन, पैतृक घाट पर सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार..
कारगिल (Kargil) बार्डर पर तैनात उत्तराखण्ड के लाल के आकस्मिक निधन की खबर आ रही है। बताया गया है कि बीते रविवार को मूल रूप से राज्य के बागेश्वर जिले के रहने वाले भगवत सिंह टंगड़ियां का आकस्मिक निधन हो गया। मृतक भगवत भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात थे। उनके निधन की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। सोमवार सुबह जैसे ही सेना के जवान तिरंगे में लिपटे हुए मृतक के पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचे तो गांव का पूरा माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों की आंखों से अश्रुओं की धारा बहने लगी, जो थमने का नाम नहीं ले रही थी। परिजनों के अंतिम दर्शनों के बाद मृतक भगवत का अंतिम संस्कार पैतृक सरयू घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मौजूद स्थानीय लोगों ने मां भारती के इस वीर सपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के बागेश्वर जिले के रहने वाले भगवत सिंह टंगड़ियां भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट कार्यरत थे। इन दिनों उनकी पोस्टिंग कारगिल बार्डर पर थी। बताया गया है कि बीते दिनों ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी। जिस पर सेना के अधिकारियों ने उन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया था, जहां बीते रविवार को उपचार के दौरान वह जिंदगी और मौत की यह जंग हार गए और उन्होंने दम तोड दिया। लेफ्टिनेंट भगवत के आकस्मिक निधन की खबर से जहां परिवार में कोहराम मच गया वहीं पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को दोपहर बाद स्थानीय सरयू घाट पर उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया गया। बता दें कि मृतक भगवत अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों के साथ ही भरे-पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। उनके निधन से जहां परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं तीनों बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल है।