प्रदेश (Uttarakhand) में लगेंगे सात नए ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant), केन्द्र सरकार ने दी मंजूरी..
समूचे देश में वैश्विक महामारी कोरोना का कहर अपनी चरम सीमा पर है। दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत की दुखद खबरें सुनने को मिल रही है। ऐसे में यह खबर बड़ी ही सूकून देने वाली है कि केंद्र सरकार से उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में सात नए ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाने की मंजूरी मिल गई है। बीते रोज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित हुई कोरोना की समीक्षा बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य प्रभारी सचिव पंकज पांडे ने यह जानकारी दी। बता दें कि राज्य में इस समय इस समय आठ ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं और अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर्स की व्यवस्था भी की जा रही है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने उत्तराखण्ड के सात जिलों में ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी मिल गई है। बीते रोज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में बीजापुर हाउस में आयोजित हुई बैठक में यह जानकारी सामने आई। इस संदर्भ में प्रदेश के प्रभारी स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे ने बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट चंपावत, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, हरिद्वार, रूद्रपुर, बेस अस्पताल हल्द्वानी, और कोटद्वार में लगाए जाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि वैसे प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है परन्तु इसका सही तरीके से प्रयोग बहुत जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन के अभाव से किसी मरीज की मृत्यु न हो। इसके लिए जरूरी है कि ऑक्सीजन प्लांटों की पूरी क्षमता का शत-प्रतिशत उपयोग किया जाए। इतना ही नहीं उन्होंने ऑक्सीजन के लिए जरूरी सिलिंडरों की कमी न होने देने के दिशा-निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
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