Uttarakhand Rain Disaster: मलबे की चपेट में आकर मकान हुआ जमींदोज ,तीन लोगों की मौके पर ही मौत, मृतकों में पति-पत्नी के साथ ही आठ साल का बच्चा भी शामिल…
राज्य में मौसम का कहर जारी है। एक तरफ जहां लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं वहीं दूसरी ओर पर्वतीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश (Uttarakhand rain) होने के साथ ही तबाही (Disaster) की दुखदाई खबरें भी सामने आने लगी है। ऐसी ही एक दुखद खबर अभी-अभी राज्य के बागेश्वर जिले से आ रही है जहां मूसलाधार बारिश के कारण एक पहाड़ी से भूस्खलन हो जाने के कारण उसके मलबे में आकर एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर जमींदोज हो गया। मकान के जमींदोज हो जाने से उसमें रहने वाले परिवार के तीन सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि परिवार की एक मासूम बच्ची बाल-बाल बच गई। मृतकों में पति-पत्नी समेत उनका आठ वर्ष का मासूम बच्चा भी शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के बागेश्वर जिले की कपकोट तहसील के सुमगढ़ गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब मूसलाधार बारिश के कारण पास ही स्थित पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भर-भराकर जमीन पर गिर गया। जिससे गांव के इटावन तोक में निवासी गोविंद सिंह पांडा का मकान पहाड़ी के मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गया। रविवार तड़के हुए इस हादसे में गोविंद सिंह पांडा पुत्र प्रताप सिंह, खश्टी देवी पत्नी गोविंद सिंह व उनके आठ वर्षीय पुत्र हिमांशु की मलबे में दब कर मौके पर ही मौत हो गई। घटना से जहां समूचे क्षेत्र में दहशत का माहौल है वहीं पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। सूचना मिलने पर राहत एवं बचाव दल की टीमें मौके की ओर रवाना हो गई है। जगह-जगह मार्ग बंद होने से रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी अधिक समय लग रहा है। विदित हो कि सुमगढ़ वहीं गांव है जहां वर्ष 2010 में स्कूल भवन में मलबा घुसने से 18 बच्चों की मौत हो गई थी।
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