सोशल मीडिया के बाद अब राज्य (Uttarakhand) में शसक्त भू-कानून (Bhu kanoon) लागू करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे युवा, जनाक्रोश रैली निकालकर भरी हुंकार..
सोशल मीडिया पर अपनी मांगों को अपार जनसमर्थन मिलता देख और राज्य (Uttarakhand) में सशक्त भू-कानून (Bhu kanoon) लागू करने की मांग पर सरकार को घेरने के लिए अब युवा पीढ़ी सड़कों पर भी उतरने लगी है। जहां सोशल मीडिया के अनेक माध्यमों यथा- फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम आदि के द्वारा राज्य के युवा अपने आंदोलन को दूर-दराज के गांवों तक पहुंचाने में जुटे हैं वहीं आंखें मूंद कर सोई पड़ी सरकार को जगाने के लिए अब सड़क पतर उतरकर भी हल्ला बोल रहे हैं। राज्य के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं आजादी के महानायक श्रीदेव सुमन के शहादत दिवस पर राज्य के युवाओं द्वारा देहरादून एवं हल्द्वानी में ऐसी ही जनआक्रोश रैली निकालकर क्षुब्धावस्था में अचेत पड़ी सरकार को जगाने का प्रयास किया। इस दौरान युवाओं ने राज्य में सशक्त भू-कानून लागू करने के साथ ही इनर लाइन परमिट, मूल निवास 1950 एवं अनुच्छेद 371 को भी उत्तराखण्ड में लागू करने की मांग सरकार से की। इस अवसर पर आक्रोशित युवाओं का कहना था कि यह राज्य का दुर्भाग्य है कि बीते 20 वर्षों में किसी भी राजनैतिक दल या नेताओं द्वारा इस ओर कोई भी प्रयास नहीं किया गया, यहीं कारण है कि आज युवाओं को सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक में आंदोलन के साथ संघर्ष करना पड़ रहा है। यह भी पढ़ें- उत्तराखण्डी मांग रहे सशक्त भू-कानून, राजनीतिक दल खेल रहे फ्री बिजली का दांव
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में सशक्त भू-कानून, इनर लाइन परमिट, अनुच्छेद 371 एवं मूल निवास 1950 लागू करने की मांग को लेकर रविवार को युवा हल्द्वानी में सड़कों पर उतर पड़े। अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार युवाओं की भीड़ पहले हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में एकत्रित हुई जहां जननायक शहीद श्रीदेव सुमन को श्रृद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने नैनीताल रोड पर एक विशाल रैली निकालकर अपनी मांगों के लिए हुंकार भरी। इस दौरान युवाओं ने अपनी बात रखते हुए राजनीतिक दलों के साथ ही सरकारों पर भी तंज कसा। युवाओं का कहना था कि जब पहाड़ में जमीन बचेगी तभी तो वहां लोग भी रहेंगे। अगर जमीन और जनता ही नहीं रही तो इन नेताओं और राजनीतिक दलों का भविष्य भी पहाड़ में स्वत: समाप्त हो जाएगा। आंदोलन की विशालता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहाड़ के विभिन्न जिलों, क्षेत्रों के साथ ही दिल्ली आदि राज्यों से भी प्रवासी उत्तराखंडी हल्द्वानी पहुंचे थे। वंदेमातरम ग्रुप के तत्वावधान में आयोजित हुई इस विशाल जन रैली में सशक्त भू-कानून के साथ ही राज्य में इनर लाइन परमिट, अनुच्छेद 371 एवं मूल निवास 1950 को भी उत्तराखण्ड में लागू करने की मांग युवाओं द्वारा सरकार से की गई।