देहरादून (Dehradun) में दर्दनाक सड़क हादसा, अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई कार (Car Accident), एक ही परिवार के दो लोगों की मौत, चार अन्य गम्भीर रूप से घायल, हादसे से परिवार में मचा कोहराम..
राज्य में दर्दनाक सड़क दुघर्टनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। राज्य के किसी ना किसी हिस्से से लगभग रोज ही सुनाई देने वाली दर्दनाक सड़क हादसे की दुखद खबर आज देहरादून (Dehradun) जिले से सामने आ रही है जहां एक कार के अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा जाने (Car Accident) से कार में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की खबर से जहां मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर है। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी घायलों को हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में भर्ती कराने के साथ ही मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया गया है कि कार में सवार सभी लोग एक ही परिवार के थे। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पेड़ से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हुई कार के परखच्चे उड़ गए। यह भी पढ़ें– पहाड़ में भारी भूस्खलन की चपेट में आकर टूटा करोड़ों का पुल, नौ लोगोें की मौत, देखें भयावह VIDEO
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के देहरादून जिले के शास्त्री नगर टेक बहादुर रोड निवासी एक ही परिवार के छः लोग कार में सवार होकर रविवार को रायपुर थानो जौलीग्रांट से होकर भानियावाला की ओर जा रहे थे। बताया गया है कि इसी दौरान उनकी कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कार में सवार चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान विनोद भट्ट और मदन भट्ट के रूप में हुई है जबकि घायलों में नरोत्तम भट्ट, रमेश भट्ट, भगवती प्रसाद भट्ट के साथ ही एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलने पर दुर्घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को 108 की मदद से हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में भर्ती कराया है जहां सभी घायलों की हालत नाज़ुक बताई गई है। उधर हादसे की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।