राज्य में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मियां भी तेज हो गई है। राज्य के पारम्परिक राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के साथ ही 2022 के चुनावों में पहली बार उतरने की घोषणा कर चुकी आम आदमी पार्टी ने भी विधानसभा चुनावों की तैयारियां बड़े जोर-शोर से शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को तीसरी बार देवभूमि उत्तराखंड के दौरे पर हल्द्वानी पहुंचे। बता दें कि यह पहला अवसर है जब अरविंद केजरीवाल के पांव कुमाऊं की पावन धरती पर पड़े हैं। उत्तराखण्ड के अपने पिछले दो दोरों की तरह ही उन्होंने यहां भी जनता को सुनहरे भविष्य के सपने दिखाए। अब तक फ्री बिजली तथा आध्यात्म के जरिए आम जनमानस को लुभाने की कोशिश कर चुके केजरीवाल ने इस बार युवाओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और सरकार बनने पर रोजगार की गारंटी देते हुए छः वायदे देवभूमि की जनता से किए। यह भी पढ़ें- गढ़वाल मंडल के बाद अब केजरीवाल की नजर कुमाऊं पर, 19 सितंबर को आएंगे हल्द्वानी..
1) सरकार बनने के 6 महीन के बाद एक लाख सरकारी नौकरियां निकाली जाएगी।
2) उनकी सरकार में राज्य के सभी बेरोजगार युवाओं को सरकारी एवं गैर-सरकारी नौकरी देने का वादा।
3) अपनी तीसरी घोषणा में उन्होंने कहा कि जब तक रोजगार नहीं मिलेगा तब तक सरकार द्वारा हर परिवार के एक सदस्य को 5000 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ते के रूप में दिए जाएंगे।
4) सरकार बनने पर देवभूमि उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्याओं पलायन और रोजगार के लिए अलग मंत्रालय बनाया जाएगा।
5) उनकी सरकार बनने पर राज्य की सभी सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियों में 80 प्रतिशत नौकरियां उत्तराखंड के युवाओं के लिए रिजर्व घोषित की जाएगी।
6) उन्होंने अपनी अंतिम घोषणा में सरकार बनने पर दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में भी नौकरी पोर्टल बनाने का वायदा देवभूमि उत्तराखंड के युवाओं से किया।