गौरवान्वित हुआ उत्तराखण्ड: मनीष भट्ट (MANISH BHATT) बने आईआईटी गुवाहाटी (IIT GUWAHATI) में असिस्टेंट प्रोफेसर, बचपन से पढ़ाई में रहें है अव्वल दर्जे के छात्र…
राज्य के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपने हुनर के दम पर ऊंचे-ऊंचे मुकाम हासिल कर अपने सपनों को साकार करने वाले राज्य के इन होनहार युवाओं ने अनेकों बार समूची देवभूमि उत्तराखंड का मान देश विदेश में बढ़ाया है। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही प्रतिभावान युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते आईआईटी गुवाहाटी (IIT GUWAHATI)के इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर का पद संभाल लिया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले मनीष भट्ट (MANISH BHATT) की, जिनका चयन आईआईटी गुवाहाटी के इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर हो गया है। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। सबसे खास बात तो यह है कि मनीष द्वारा कनाडा, अमेरिका सहित कई देशों में जाकर प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों को विश्व के वैज्ञानिकों द्वारा काफी सराहा गया है। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड हुआ गौरान्वित,अल्मोड़ा के डॉ. राजेश बने आईआईएससी बेंगलुरु में असिस्टेंट प्रोफेसर
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के दूरस्थ गांव सिन्याखोला निवासी मनीष भट्ट का चयन आईआईटी गुवाहाटी के इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हो गया है। बता दें कि वर्तमान में उनका परिवार जिला मुख्यालय के टकाना क्षेत्र में रहता है। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा दयानंद स्कूल, पिथौरागढ़ से प्राप्त करने वाले मनीष ने उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल की मैरिट सूची में 9वें स्थान प्राप्त किया था। तत्पश्चात उन्होंने राजकीय इण्टर कॉलेज पिथौरागढ़ से 12 वीं पास की और इसमें भी उत्तराखंड बोर्ड की मैरिट सूची में उन्होंने 15 वां स्थान हासिल किया। इसके बाद उन्होंने एनआईटी हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के साथ ही प्रतिष्ठित संस्थान आईआईएससी बैंगलोर से पीएचडी की। तदोपरांत उन्होंने कनाडा मॉन्ट्रियल विश्वविद्यालय से पोस्ट डाक्ट्रेट और विश्व प्रसिद्ध जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय, बाल्टीमोर, अमेरिका से रिसर्च साइंटिस्ट में उपाधि हासिल की। बताते चलें कि बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल दर्जे के छात्र रहे मनीष के पिता डॉ धर्मानन्द भट्ट राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट में प्राध्यापक हैं जबकि उनकी मां एक कुशल गृहिणी है