Uttarakhand martyr: मां भारती की सेवा करते हुए देवभूमि उत्तराखंड के एक और लाल प्रदीप थापा (Pradeep thapa) ने दिया अपना सर्वोच्च बलिदान, शहादत की खबर से परिवार में मचा कोहराम..
जहां एक ओर समूचा देश प्रदेश नए साल के जश्न की तैयारियों में जुटा हुआ है वहीं नागालैंड से समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां भारतीय सेना की गोरखा रेजीमेंट में तैनात उत्तराखण्ड का एक और लाल मां भारती की सेवा करते हुए सदा-सदा के लिए चिरनिंद्रा में लीन हो गया है। शहीद (Uttarakhand martyr) जवान की पहचान प्रदीप थापा (Pradeep thapa) के रूप में हुई है। बताया गया है कि शहीद प्रदीप राज्य के देहरादून जिले के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर से जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं समूचे उत्तराखण्ड में भी शोक की लहर है। यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में उत्तराखंड का लाल शहीद, पैतृक गांव पहुंचा पार्थिव शरीर, उमड़ा जनसैलाब
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के अनारवाला निवासी प्रदीप थापा भारतीय सेना की 1/3 गोरखा रेजीमेंट में हवलदार के पद पर तैनात थे। बताया गया है कि वर्तमान में उनकी तैनाती नागालैंड सरहद पर थी जहां शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए। अभी तक शहीद जवान की शहादत का वास्तविक कारण पता नहीं चल पाया है। परंतु राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शहादत की पुष्टि करते हुए शहीद जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। अपने फेसबुक पोस्ट में त्रिवेन्द्र ने लिखा है कि, “नागालैंड में अपना फर्ज निभाते हुए अनारवाला देहरादून निवासी, 1/3 गोरखा राइफल के हवलदार प्रदीप थापा जी के शहीद होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। वे उनके बलिदान को शत-शत नमन करते हैं। ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना करते हैं। ईश्वर शहीद के परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।”