uttarakhand mushroom news: गौरवान्वित पल, युवा शिक्षक ने मशरूम की नई प्रजाति खोजकर फिर बढ़ाया उत्तराखण्ड का मान, दिया क्रूएंसोमाइसीना उत्तराखंडिना नाम…
राज्य के वाशिंदे सदैव से ही होनहार और प्रतिभावान रहें हैं। इतिहास भी इसकी गवाही देता है कि प्राचीन काल से लेकर वर्तमान समय तक देवभूमि के होनहार वाशिंदों ने अपनी काबिलियत के दम पर न केवल ऊंचे-ऊंचे मूकाम हासिल कर प्रदेश का मान बढ़ाया है बल्कि अपने आविष्कारों से देश-दुनिया को कई सौगातें भी दी है। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसी ही होनहार हस्ती से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्होंने मशरूम की नई प्रजाति खोजी है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल में कार्यरत वनस्पति विज्ञान के अतिथि शिक्षक डॉ. उपेंद्र राणा की, अब तक मशरूम की 12 नई प्रजातियां खोज चुके डॉक्टर राणा ने, अपनी इस नई मशरूम प्रजाति को क्रूएंसोमाइसीना उत्तराखंडिना नाम दिया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के लस्या पट्टी के ग्राम पंचायत उरोली के अमकोटी गांव निवासी डॉ. उपेंद्र राणा, हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के वनस्पति विज्ञान के अतिथि शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। वह वर्ष 2019 से मशरूम की नई प्रजातियों पर शोध कर रहे हैं। अपनी इस नई खोज को क्रूएंसोमाइसीना उत्तराखंडिना का नाम देने वाले उपेन्द्र का कहना है कि मशरूम की यह प्रजाति माइसेनेसी परिवार की सदस्य हैं। लाल रंग के इस मशरूम की लंबाई 12 से 16 मिमी है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार और विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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