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प्रदीप मेहरा : इंटरव्यू के लिए न करें परेशान, मेरे लक्ष्य को रहने ही दें सुनसान, देखें वीडियो

अल्मोड़ा

उत्तराखण्ड

प्रदीप मेहरा : इंटरव्यू के लिए न करें परेशान, मेरे लक्ष्य को रहने ही दें सुनसान, देखें वीडियो

Pradeep Mehra Video: प्रदीप मेहरा ने लोगों और मीडिया से की अपील अब कोई दूसरी वीडियो को ना करें वायरल मेरे लक्ष्य को सुनसान ही रहने दें

मेहनत का मजा तब ही है जब कामयाबी इसका शोर मचाएं। मेहनत तो सुनसान ही होनी चाहिए। ये महज शब्द नहीं है बल्कि इनके पीछे हजारों युवाओं के प्रेरणास्रोत बन चुके प्रदीप मेहरा की सादगीपूर्ण उच्च विचार साफ तौर पर देखें जा सकते हैं। लेकिन हमारे मीडिया को इसकी परवाह कहा है उन्हें तो बस अपनी टीआरपी से ही मतलब होता है। (Pradeep Mehra Video)
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आप सोच रहे होंगे मीडिया जगत से ताल्लुक रखते हुए भी हम देश की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भला-बुरा क्यों कह रहे हैं। तो इसका जवाब बस सिर्फ इतना सा है कि विनोद कापड़ी के बार-बार अनुरोध के बाद भी, जो लड़का अपनी दौड़ छोड़ने को एक बार भी तैयार नहीं हुआ, उसे देश की मीडिया घंटों अपने दफ्तरों में कैद कर रही है। एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के नाम पर न तो उसकी ड्यूटी का ध्यान रखा जा रहा है और ना ही उसके जोश और जज्बे के साथ ही लगन को ही सम्मान मिल रहा है। आलम यह है कि मूल रूप से अल्मोड़ा जिले का रहने वाला प्रदीप अब अपने लक्ष्य पर भी ध्यान नहीं दे पा रहा है। इसी कारण उसे यह शब्द कहने पड़ रहे हैं कि ,”मुझे इंटरव्यू के लिए परेशान ना किया जाए” विडियो में उसने यह भी कहा कि दो चार कदम दौड़ लगाने के कारण उसे इतनी प्रसिद्धि भी ना दे दी जाए कि वह अपना लक्ष्य ही भूल जाएं।

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Sunil

सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।

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