Dharchula Gairsain Cloud Burst: धारचूला और गैरसैंण में बादल फटने से भारी तबाही, तहसील प्रशासन घटनास्थल की ओर रवाना…
राज्य के अधिकांश हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसी बीच राज्य के चमोली और पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने की खबर सामने आ रही है। बताया गया है कि चमोली में जहां ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बादल फटने से भारी तबाही हुई है वहीं पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील के मल्ला दारमा के ग्राम सोबला तोक झिमीर गांव में भी बादल फटने की खबर है। झिमीर गांव में भेती नाले में बना एक वैली ब्रिज नदी में बह गया है। जिससे गांव के लोगों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क कट गया है। इतना ही नहीं बादल फटने के कारण अचानक धौली नदी और महाकाली का जल स्तर बढ़ गया है। बादल फटने की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन घटनास्थल की ओर रवाना हो गया है। अभी तक किसी व्यक्ति के हताहत होने की और घटना में हुए नुकसान की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है।
(Dharchula Gairsain Cloud Burst)
उधर दूसरी ओर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण के पास भी बीते रोज बादल फटने से भारी तबाही देखने को मिली है। बादल फटने से जहां विधानसभा से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर बना हेलीपैड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है वहीं चोरड़ा गांव के जंगल में सैकड़ों पेड़ मलबे में जमींदोज हो गए है। बताया गया है कि बादल फटने से चोरड़ा गांव में अफरातफरी मची हुई है। गांव की ग्राम प्रधान विनीता देवी के मुताबिक बादल फटने से गांव में भारी तबाही हुई है। हेलीपैड निर्माण के दौरान निकले मलबे का ढेर बहने से सैकड़ों पेड़ मलबे में दब गए हैं। वो तो गनीमत रही कि कोई ग्रामीण मलबे की चपेट में नहीं आया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पानी के कई श्रोत भी मलबे में दब गए हैं।
(Dharchula Gairsain Cloud Burst)