Neeraj Kapri Pithoragarh: कई बार असफल होने के बावजूद भी नीरज ने नहीं मानी हार, कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम, आईएमए परीक्षा में मिली आल इंडिया लेवल पर चौथीं रैंक…
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती ।
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती ॥
चंद शब्दो की इन पंक्तियों को एक बार फिर सही साबित कर दिखाया है राज्य के एक और होनहार युवा ने। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले नीरज कापड़ी की, जिन्होंने आईएमए की परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त कर न केवल अपने परिजनों का मान बढ़ाया है बल्कि समूचे प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है। नीरज की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। सबसे खास बात तो यह है कि वर्ष 2015 से सेना में भर्ती होने की तैयारियों में जुटे नीरज ने कई बार असफल होने के बावजूद भी हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। सच कहें तो नीरज अपनी इस अभूतपूर्व सफलता से राज्य के कई युवाओं के भी प्रेरणास्रोत बन गए हैं।
(Neeraj Kapri Pithoragarh)
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के राजेंद्र महर ने CDS परीक्षा में हासिल की प्रथम रैंक टॉपर बन बढ़ाया प्रदेश का मान
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के सतगढ़ निवासी नीरज कापड़ी ने आईएमए की परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर चौथा स्थान हासिल किया है। बताया गया है कि अब डेढ़ महीने बाद वह आईएमए देहरादून में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे, जहां से पास आउट होने के पश्चात वह सैन्य अधिकारी बन जाएंगे। बता दें कि नीरज ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से प्राप्त की है। तत्पश्चात उन्होंने राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ से स्नातक किया। बताते चलें कि इंटरमीडिएट के उपरांत ही वह सेना में भर्ती होने की तैयारियों में जुट गए थे। परंतु बार बार उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने सेना में जाकर देशसेवा करने के अपने सपनों को टूटने नहीं दिया और अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते यह मुकाम हासिल किया। नीरज ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने पिता कृषि विभाग में आंतरिक निरीक्षक कैलाश चंद्र कापड़ी, माता सरोज कापड़ी और पहली मंजिल संस्थान को दिया है।
(Neeraj Kapri Pithoragarh)
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड : पहाड़ की बेटी बनी सैन्य अधिकारी…. जम्मू कश्मीर में मिली पहली पोस्टिंग