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UFMA 2022: लोकगायिका खुशी जोशी को इस गीत के लिए मिलेगा सर्वश्रेष्ठ गायिका का सम्मान

Khushi Joshi UFMA Award: सर्वश्रेष्ठ गायन की श्रेणी के लिए लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी का नाम उफमा अवार्ड 2022 के लिए नामांकित…

इस वर्ष के सुपरहिट कुमाऊनी गीतों में ‘अल्मोड़ा अंग्रेज आयो’ भी शामिल हैं। बता दें कि लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी के इस लोकप्रिय गीत ने समूचे उत्तराखण्ड में जमकर धूम मचाई थी। अब इसी गीत के लिए लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी को सर्वश्रेष्ठ गायिका के सम्मान से नवाजा जाएगा। जी हां… लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी को महाकौथिग संस्था द्वारा उत्तराखण्ड फोक म्यूजिक अवार्ड (उफमा) के लिए सर्वश्रेष्ठ गायिका की श्रेणी में नामांकित किया गया है। संस्था की संस्थापक कल्पना चौहान, मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान एवं कार्यक्रम समन्वयक विकास शाह द्वारा संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित एक पत्र में लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी को इस बात की जानकारी दी गई है।
(Khushi Joshi UFMA Award)
Khushi Joshi UFMA Award uttarakhand
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बता दें कि लोकगायिका खुशी जोशी दिगारी ने अपने सुमधुर गीतों से पहाड़ की सभ्यता संस्कृति को सहेजने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। देश-प्रदेश में ही नहीं बल्कि क‌ई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी सुपरहिट प्रसुति देकर उन्होंने लोगों को थिरकने के लिए मजबूर किया है। बीते वर्ष न्यूजीलैंड में आयोजित हुए एक समारोह में भी उत्तराखण्ड के अन्य लोक गायकों के साथ उन्होंने ऐसा समां बांधा कि न्यूजीलैंड की धरती पहाड़ी गीतों से गूंज उठी। बताते चलें कि महाकौथिग संस्था द्वारा इस वर्ष पांच दिवसीय महाकौथिग मेले का आयोजन नोएडा में 21 दिसंबर से 25 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है, जिसके दूसरे दिन उत्तराखण्ड के कलाकारों को दूसरा उत्तराखण्ड फोक म्यूजिक अवार्ड (उफमा) विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किया जाएगा।
(Khushi Joshi UFMA Award)

यह भी पढ़ें- गढ़रत्न नरेन्द्र नेगी, किशन महिपाल एवं लोकगायिका खुशी जोशी ने न्यूजीलैंड में पहाड़ी गीतों से बाँधी समां

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Sunil

सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।

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